नई दिल्ली। विज्ञान के एक प्रैक्टिकल में हिस्सा लेकर भारतीय छात्रों ने अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा लिया है। भारतीय छात्रों द्वारा बनाए गए इस विश्व रिकार्ड का उल्लेख करते हुए गिनीज बुक ने अपनी वेबसाइट पर लिखा है कि इस सबसे बड़े प्रायोगिक विज्ञान पाठ में दो हजार छात्रों ने हिस्सा लिया था और यह सम्मान विज्ञान भारती (भारत) ने प्राप्त किया। इसमें शामिल प्रतिभागियों ने उत्प्रेरक पर आधारित विभिन्न प्रयोगों को करने के लिए छोटी- छोटी टीम में मिलकर काम किया।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में दिल्ली स्थित आईआईटी में आयोजित भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव में दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के दो हजार स्कूली छात्रों ने हिस्सा विज्ञान का एक प्रैक्टिकल किया था। यह प्रैक्टिकल अब रिकॉर्ड बन चुका है । यह विश्व रेकार्ड आयरिश स्कूल के 1,339 विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा निर्धारित श्रेणी में बनाये गये विश्व रिकॉर्ड को तोड़कर बनाया गया है। 65 मिनट तक चले इस कार्यक्रम में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के 40 स्कूलों से 9वीं से 12वीं कक्षा के कुल दो हजार स्कूली छात्रों ने हिस्सा लिया था। हर स्कूल से 50 बच्चे कार्यक्रम में शामिल हुए थे। केरल में कोच्चि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रो. के. गिरीश कुमार ने प्रयोगों की अवधारणा तैयार की और सत्र का आयोजन करने वाली टीम का नेतृत्व किया था।