लखनऊ। अब inglish में कमजोर उन छात्रों को चिंता करने की जरुरत नहीं जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं। हिन्दी जानने वालों को भी डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) इंजीनियरिंग पढ़ाई का अवसर देने वाला है। इसके लिए विशेष समिति से सुझाव मांगे गए हैं। प्रो. आशीष मिश्र की अगुवाई में समिति के सदस्य इसमें आने वाली कठिनाइयों से निजात के उपाय सुझाएगी।
बी.टेक प्रथम वर्ष से शुरुआत , हिंदी में इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने की शुरुआत बी.टेक प्रथम वर्ष से की जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन की मानें तो, इस सेमेस्टर में सिलेबस विकसित किए जाएगा। प्रथम वर्ष के बाद अन्य वर्षों के सिलेबस तैयार होगा। गौरतलब है कि कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने अगस्त 2015 में एकेटीयू की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही हिंदी में पढ़ाई पर जोर दिए जाने की बात कही थी। लेकिन एक साल पूरा होने पर भी उसे रूप नहीं दे पाए। अब इस प्रयास को आगे बढ़ाया जा रहा है।
कई बच्चे सिर्फ अंग्रेजी की वजह से होते हैं फेल हिंदी मीडियम से स्कूल की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए अचानक इंजीनियरिंग की पढ़ाई और वह भी अंग्रेजी में काफी मुश्किल हो जाती है। प्रथम वर्ष में फेल होने वालों की संख्या बढ़ जाती है। हिंदी माध्यम होने से छात्रों को इंजीनियरिंग बेहतर ढंग से सीखने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही, उनकी अंग्रेजी को बेहतर बनाने पर काम किया जाएगा। ताकि, इंडस्ट्री में काम करते समय मुश्किल न हो।
कुलपति डॉ.विनय कुमार पाठक ने बताया कि इंजीनियरिंग छात्रों को हिंदी में सिलेबस उपलब्ध कराना प्राथमिकताओं में है। आशीष मिश्र को इसके समन्वयक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उम्मीद है कि जल्द छात्रों को इसका फायदा मिलेगा।