वाराणसी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की ओर से चौकाघाट मकबुल आलम रोड स्थित सांस्कृतिक संकुल परिसर में कौशल महोत्सव के दौरान स्ट्रीट फूड विक्रेताओं, नाविकों तथा टूर गाइड के व्यवसाय में कार्यरत एक हजार लोगों को प्रशिक्षण के उपरान्त केन्द्रीय कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार राजीव प्रताप रूडी की मौजदगी में मान्यता प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
इस मौके पर चयनीत युवाओ को प्रमाणपत्र देने के बाद केन्द्रीय मंत्री रूडी ने आईटीआई करने वाले युवाओं के लिए बड़ा सौगात देते हुए कहा कि आईटीआई कर रहे आठवीं पास युवा को कक्षा दस पास का प्रमाणपत्र मिलेगा।
बताया कि इसके लिए 12 दिसम्बर को पूरे देश में परीक्षा हो रही है। इस दौरान मंच से ही केन्द्रीय मंत्री ने उद्यमिता मंत्रालय की ओर से विकसित मोबाइल एप्प को भी लांच किया। इसके जरिए युवा मंत्रालय के सभी कार्यक्रमों, योजनाओं और प्रशिक्षण केंद्रो के बारे में जानकारी ले सकते है। इसके पूर्व एक एनजीओ के पदाधिकारियांे ने बताया कि काशी को स्वच्छ बनाने के लिए स्ट्रीट फूड वेंडर्स को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है। स्ट्रीट फूड वेंडर्स के प्रशिक्षण का उद्देश्य उन्हें खाद्य सामग्रियों तथा अपने ठेले खोमचे आदि के आस पास की स्वछता के प्रति जागरूक करना है। ताकि ग्राहकों द्वारा खाकर फेंके जाने वाली सामग्री आदि से गन्दगी न फैलने पाए।
इस पहल की केंद्रीय मंत्री ने सराहना कर कहा कि भारत सरकार और देश के प्रधानमंत्री की एक अच्छी पहल है और इससे लोगों को एक रोजगार का अवसर प्राप्त होगा तथा इस पहल से जनता के बीच स्वच्छता की जागरूकता का सन्देश भी जाएगा।
उन्होंने वाराणसी में देश का सबसे बड़ा ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने का घोषणा की। बताया कि इसके लिए जमीन की तलाश शुरू गई है। कहा कि पूरे देश में 18 लाख प्रशिक्षित ड्राइवरों की कमी है। विदेश में भी भारतीय युवाओ की मांग है। इस सेन्टर में उन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिहार छपरा में खुले ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर का जिक्र कर बताया कि प्रधानमंत्री भी चाहते हैं कि युवा हुनरमंद बने।
बताया गया कि राष्ट्रीय कौशल विकास निगम, नई दिल्ली एवं क्षेत्रीय सेवा योजना कार्यालय की ओर से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत 2367 प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किये जा चुके हैं, जिनके द्वारा लगभग दो लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। इस अवसर पर कौशल विकास एंव उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक बीके सिकंदर, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के जयकांत सिंह, क्षेत्रीय सेवा योजन के प्रभाशंकर शुक्ल, दीप सिंह,विधायक रवींद्र जायसवाल, राकेश त्रिवेदी, पीसी पटेल, एसएन यादव आदि मौजूद रहे।