भीलवाड़ा। जनआस्था का केंद्र धनोप माता शक्तिपीठ अपनी चमत्कारिक सिद्घि के कारण क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर चुका है। पौराणिक मान्यता के अनुसार धनोप माता व भैरवनाथ का मंदिर राजा धुंध ने बनवाया था। धनोप माता राजा धुंध की कुल देवी थी। हजारों भक्तों ने दी हाजिरी जिले के प्रसिद्ध धनोप …
Read More »कालिका माता मंदिर रतलाम
रतलाम। पंखिड़ा रे उड़ी जाजो पावागढ़ रे.. मां काली ने जई के जो गरबो रमे रे….जैसे गरबागीतों और संगीत की धुन पर रंगीले परिधानों में सजी युवतियों द्वारा गरबारास की प्रस्तुति दर्शकों को आकर्षित कर रही है। गुरूवार को प्रात:कालीन गरबारास में 500 से अधिक बालिकाएं व युवतियां ने मां …
Read More »मां पाटेश्वरी मंदिर
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले की तुलसीपुर तहसील क्षेत्र के सिरिया नदी के तट पर स्थित मां पाटेश्वरी देवीपाटन मन्दिर में अश्विन मास की शुक्ल पक्ष के पहले दिन नवरात्रि शुरू होते ही नेपाल, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कोने-कोने से देवीभक्तों का आना शुरू हो जाता है। …
Read More »मंदिर श्री लक्ष्मीकांत भगवान, अजमेर
utar ghaseti, ajmer अजमेर में उतार घसेटी स्थित लक्ष्मीकांत भगवान का मंदिर नामदेव छीपा गहलोत समाज का प्रमुख मंदिर है। इसका संचालन समाजबंधुओं के हाथ में है। मंदिर के आसपास कई नामदेव समाजबंधु निवास करते हैं एवं उनके व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं। इस मंदिर में नित्य पूजा पाठ होता है। साथ …
Read More »श्री नामदेव विट्ठल मंदिर पुष्कर
जगतपिता ब्रह्माजी की नगरी में स्थित नामदेव समाज का यह मंदिर देश-विदेश में बसे नामदेव समाजबंधुओं की आस्था का केन्द्र है। मंदिर में भगवान विट्ठल की सुंदर प्रतिमा प्रतिष्ठापित है। इस प्रतिमा के सामने भक्ति करते संत नामदेव की प्रतिमा विराजमान है। मंदिर परिसर में ही समाज की धर्मशाला निर्मित …
Read More »सिंहस्थ-2016 में कोई अस्तित्व नहीं रहेगा ‘परी अखाड़े’ का!
उज्जैन। अ.भा. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्रगिरिजी महाराज ने यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पुराणों के उल्लेख से लेकर प्राचीन काल से आज तक केवल 13 अखाड़ों का ही महत्व है और इन्हे ही मान्यता है। परी अखाड़े का कोई अस्तित्व नहीं है। इसे अखाड़ा परिषद ने …
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