सीकर जिले का विश्व विख्यात प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर सीकर। हमारे देश में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो अपने चमत्कारों व वरदानों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हीं मंदिरों में से एक है राजस्थान में शेखावाटी क्षेत्र के सीकर जिले का विश्व विख्यात प्रसिद्ध खाटू श्याम मंदिर। यहां फाल्गुन …
Read More »हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक बने सांई बाबा मंदिर तथा सैय्यद बाबा की मजार
अलवर। हिन्दू-मुस्लिम धर्म के अनुयायी प्रत्येक गुरूवार को मालाखेड़ा कस्बा स्थित श्री सांई बाबा एवं सैय्यद बाबा की मजार पर आकर पूजा-अर्चना कर घर-परिवार व देश में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद लेते है। प्रत्येक गुरूवार को यहां भण्डारे का आयोजन कर भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाता है तथा मन्नत पूरी …
Read More »75 साल से बड़े श्रद्धालु नहीं जा सकेंगे अमरनाथ यात्रा पर
आयु सीमा निर्धारित नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर स्थित बाबा अमरनाथ जी की यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों की पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी यात्रियों को यात्री परमिट (वाईपीएस) पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर जारी किया जाएगा। अबकी साल 13 साल की आयु से छोटे और 75 साल की आयु …
Read More »बच्ची के हाथों का ‘चमत्कार’ देखने उमड़ रहा जनसैलाब
तालगांव में रविवार को नजर आता है मेले जैसा नजारा आलमपुर। आलमपुर के समीप स्थित दतिया जिले के तालगांव की एक पांच वर्षीय बच्ची इन दिनों करीब 100 किमी के दायरे में चर्चा का विषय बनी हुई है। चर्चा होना भी स्वाभाविक है क्योंकि बच्ची के हाथों का ऐसा चमत्कार …
Read More »विवाहित हनुमान जी
हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है इसलिए हनुमान जी लंगोट धारण किए हर मंदिर और तस्वीरों में अकेले दिखते हैं। कभी भी अन्य देवताओं की तरह हनुमान जी को पत्नी के साथ नहीं देखा होगा। लेकिन अगर आप हनुमान के साथ उनकी पत्नी को देखना चाहते हैं तो …
Read More »महाकाल मंदिर : शिव विवाह के लिए चमक रहा रद्रयंत्र
उज्जैन। मध्यप्रदेश की प्रसिद्ध तीर्थनगरी उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में 7 मार्च को महाशिवरात्रि पर शिव विवाह की तैयारियां चल रही हैं। गर्भगृह में चांदी के रूद्र यंत्र को केमिकल से साफ कर चमकाया जा रहा है। दरअसल, उज्जैन में महाशिवरात्रि का महापर्व 28 फरवरी से शुरू हो गया …
Read More »दंतेश्वरी मंदिर में है 600 साल पुराना तांबे का त्रिशूल
(त्रिशूल स्तंभ से होता है फागुन मड़ई का आगाज) दंतेवाड़ा। आदि शक्ति मां दंतेश्वरी मंदिर में त्रिशुल स्तंभ की स्थापना के साथ ऐतिहासिक फागुन मंडई की शुरूआत होती है। 6 सौ साल पहले राजा पुरषोत्तम देव ने आंध्र प्रदेश के वारंगल से त्रिशुल लेकर आए थे। देवी भगवती का प्रतीक …
Read More »एक ऐसा मंदिर जहां प्रसाद में चढ़ते हैं घोड़े हाथी
सरायकेला। मंदिर में जहां प्रसाद के रूप में चढाया जाता घोड़ा। यह सुनकर सभी को आश्चर्य होता है। लेकिन सच्चाई यह है कि सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखण्ड में घोड़ा बाबा मंदिर है। जहां मन्नत पूरी होने पर लोग घोड़ा चढाते हैं। यह घोड़ा असली घोड़ा नहीं बल्कि मिट्टी का …
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