नई दिल्ली। एसबीआई अकाउंट होल्डर को इन दिनों मिले SMS ने परेशान कर रखा है। उनके अकाउंट से राशि ट्रांसफर हुई है। ग्राहक यह सोचकर हलकान हो रहे हैं कि उन्होंने खुद किसी के खाते में राशि ट्रांसफर नहीं की है, इसके बावजूद डेबिट कैसे हो गई। इसी SMS से ग्राहकों में हड़कम्प मचा है।
अगर आपके अकाउंट से भी पैसे कटे हैं तो चिंता करने की जरूरत नहीं है. हम आगे इसका कारण बता रहे हैं. जब भारतीय स्टेट बैंक के एक ग्राहक ने ट्विटर के जरिए इस बारे में जानना चाहा तो बैंक ने इसका रिप्लाई भी किया. बैंक ने स्पष्ट किया कि क्यों ग्राहक के अकाउंट से 147.50 रुपये काटे गए हैं. उनके साथ कोई फ्रॉड नहीं हुआ है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुतबिक, बैंक अपने ग्राहकों को कई तरह की सुविधाएं देता हैं. मसलन ग्राहकों का अकाउंट मेंटेन करना, उन्हें डेबिट/एटीएम कार्ड की सुविधा देना, इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा देना. इस तरह की सुविधाओं पर होने वोले खर्च को बैंक ग्राहकों से ही वसूलते हैं.
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इस बार 147.50 रुपये का यह चार्ज एक्टिव एटीएम कार्ड के लिए वसूला गया है. लेकिन ग्राहकों को मिले SMS में इसका जिक्र नहीं किया गया है.इससे ही ग्राहक परेशान हैं। SMS में राशि ट्रांसफर का जिक्र है. अगर SMS में साफ ही लिख दिया जाए कि मेंटिनेंस फीस वसूली गई है, तो ग्राहक खामख्वाह परेशान तो न हों।
ट्विटर पर ग्राहक को दिए जवाब में भी एसबीआई ने यही कहा है. एसबीआई ने कहा, ‘कृपया ध्यान दें कि ग्राहकों को जारी एवं वर्ष में कभी भी सक्रिय प्रत्येक एटीएम सह डेबिट कार्ड के रख-रखाव शुल्क के रूप में रु 147.50 प्रति वर्ष लिया जाता है.’ ऐसे में अगर आपके खाते से भी पैसे कटते हैं तो आप ध्यान रखें कि यह मैनटेनेंस फीस के रुप में काटे गए हैं.
गौरतलब है कि एटीएम कम डेबिट कार्ड के अलावा भी एसबीआई अपने ग्राहकों से कई तरह के चार्ज वसूलता है. अगर किसी ग्राहक के अकाउंट में पर्याप्त बैलेंस नहीं होता है और उनका एटीएम ट्रांजैक्शन फेल हो जाता है तो इसके लिए भी 20 रुपये प्लस पेनाल्टी देनी होती है. सिर्फ एसबीआई ही नहीं बल्कि लगभग सभी बडे़ कॉमर्शियल बैंक अपने ग्राहकों से इस तरह का चार्ज वसलूते हैं.