नई दिल्ली। पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोल पंप मालिकों के एक वर्ग द्वारा रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखने के फैसले पर आपत्ति जताई है। इनमें से ज्यादातर पेट्रोल पंप दक्षिण भारत के हैं।
मंत्रालय का कहना है कि इन पेट्रोल पंप मालिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक दिन ईंधन इस्तेमाल न करने की अपील की आड़ में साजिश रची है। इस तरह के कदम से आम जनता को असुविधा होगी। ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन भी इस निर्णय के पक्ष में नहीं है।
दरअसल पेट्रोल पंप मालिक पेट्रोल और डीजल पर ऊंचे कमीशन की मांग कर रहे हैं। पेट्रोलियम मंत्रालय ने कहा है कि वह डीलरों के एक वर्ग द्वारा रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखने के फैसले के पक्ष में नहीं है। इस तरह की पेट्रोल पंप बंदी से आम जनता को काफी असुविधा होगी।
खास बात यह है कि ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन पहले ही कह चुकी है कि वह एक दिन पेट्रोल पंप बंद रखने की प्रक्रिया में शामिल नहीं है। एसोसिएशन का दावा है कि सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों के 53,224 पेट्रोल पंप उसके सदस्य हैं।
मालूम हो कि दक्षिण भारत के राज्यों तमिलनाडु, केरल, पुड्डुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक के कुछ हिस्सों और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से विशेषरूप से मुंबई में 14 मई से प्रत्येक रविवार को पेट्रोल पंप मालिक पेट्रोल पंप बंद रख सकते हैं।
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