नई दिल्ली। मोदीराज में तरक्की के तरानों के बजाय अब घरों में महंगाई का रोना-धोना सुनाई देने लगा है। खाद्य पदार्थो की कीमतों में वृद्धि हुई है, जिससे देश की खुदरा मुद्रास्फीति में अगस्त में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़ों से मंगलवार को यह जानकारी मिली।
सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वय मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में 1 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह 3.36 फीसदी रही, जबकि जुलाई में यह 2.36 फीसदी थी।
समीक्षाधीन अवधि में क्रमिक आधार पर देश के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) में जुलाई की तुलना में 1.52 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
हालांकि साल-दर-साल आधार पर अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति दर कम रही है, क्योंकि पिछले साल अगस्त में यह 5.05 फीसदी थी।
साल-दर-साल आधार पर शहरी क्षेत्रों में महंगाई दर 3.35 फीसदी रही, जबकि ग्रामीण इलाकों में 3.30 फीसदी रही।
मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी का मुख्य कारण खाद्य पदार्थो जैसे सब्जियां, अनाज, दूध-आधारित उत्पाद, मांस और मछली की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है।
साल-दर-साल आधार पर अगस्त में सब्जियों की कीमतों में 6.16 फीसदी की तथा अनाजों की कीमतों में 3.87 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। वहीं, मांस-मछली की कीमत में 2.94 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। गैर-खाद्य पदार्थो में ईधन और बिजली के खंड में महंगाई दर बढ़कर 4.94 फीसदी दर्ज की गई।