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जियो करेगा देश में सबसे पहले 5जी की लॉन्चिंग : मुकेश अंबानी

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की 44वीं सालाना आम सभा के दौरान उसके अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने आज भरोसा जताया कि देश में 5जी की शुरूआत रिलायंस जियो ही करेगा। रिलायंस जियो ने अत्याधुनिक स्टैंडअलोन 5जी तकनीक को विकसित करने में जबरदस्त बढ़त हासिल की है, जो वायरलेस ब्रॉडबैंड के लिए बड़ी छलांग है।

अंबानी ने बताया कि 5जी परीक्षणों के दौरान जियो ने सफलतापूर्वक 1 जीबीपीएस से अधिक की स्पीड पाई है। हाल ही में 5G परीक्षण शुरू करने के लिए आवश्यक स्पेक्ट्रम कंपनियों को जारी किया गया था। जियो दिल्ली, मुंबई समेत कई शहरों में 5जी तकनीक का परीक्षण कर रही है।

अंबानी ने बताया कि पूरे देश में फैले डेटा सेंटरों पर 5जी स्टैंडअलोन नेटवर्क को इंस्टाल कर दिया गया है और रिलायंस जियो के मजबूत नेटवर्क आर्किटेक्चर की वजह से 4जी से 5जी में आसानी से अपग्रेडेशन किया जा सकता है।

 

आत्मनिर्भर भारत का जिक्र करते हुए अंबानी ने कहा कि एंड-टू-एंड 5जी इकोसिस्टम विकसित करने के लिए हम अपने अग्रणी वैश्विक भागीदारों के साथ 5जी उपकरणों की पूरी श्रृंखला विकसित कर रहे हैं। हेल्थकेयर, शिक्षा, मनोरंजन, रिटेल और अर्थव्यवस्था के लिए जियो बेहतरीन ऐप्लीकेशन विकसित करेगा। इसका उदाहरण है अत्याधुनिक 5जी कनेक्टेड एम्बुलेंस जो सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल के साथ मिलकर रिलायंस जियो विकसित कर रहा है।

जियो भारत को 5जी विकास और निर्यात का एक वैश्विक केंद्र बनाने की कोशिश करेगा। एक बार जब जियो का 5जी सॉल्युशन भारत के स्तर पर सफल हो जाता है, तो उसे दुनिया भर के अन्य देशों में निर्यात की संभावनाएं बनेंगी।

2030 तक रिलायंस बनाएगी 100 गीगावॉट सोलर एनर्जी

देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने एनर्जी बिजनेस की शक्ल बदलने जा रहा है।कंपनी के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने वार्षिक आम सभा को संबोधित करते हुए आज ये घोषणाए की। ग्रीन एनर्जी के लिए रिलायंस ने कई घोषणाएं एक साथ की हैं।

इसके लिए रिलायंस, गुजरात के जामनगर में 5 हजार एकड़ में धीरूभाई अंबानी ग्रीन एनर्जी गीगा कॉम्पलेक्स बनाएगा। अगले तीन वर्षों में रिलायंस एंड टू एंड रिन्यूएबल एनर्जी इकोसिस्टम पर 75 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगा।

ग्रीन एनर्जी के मेगा प्लान के तीन हिस्से हैं। पहले हिस्से में चार गीगा फैक्ट्रियां बनाई जाएंगी। जो न्यू एनर्जी इकोसिस्टम के सभी प्रमुख घटकों का निर्माण करेंगी। इनमें से एक सोलर एनर्जी के लिए होगी। जो सोलर मॉड्यूल फोटोवोल्टिक मॉड्यूल बनाएगी।

दूसरा एनर्जी के स्टोरेज या कहें भंडारण के लिए कंपनी एक अत्याधुनिक एनर्जी स्टोरेज बैटरी बनाने की फैक्ट्री भी डालेगी। तीसरा, ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन के लिए एक इलेक्ट्रोलाइजर फैक्ट्री बनाई जाएगी। चौथा हाइड्रोजन को एनर्जी में बदलने के लिए कंपनी एक फ्यूल सेल फैक्ट्री बनाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने देश के सामने 2030 तक 450 गीगावॉट रिन्यूएबल एनर्जी प्रोड्यूस करने का लक्ष्य रखा था। इसका जिक्र करते हुए अंबानी ने कहा कि रिलायंस 2030 तक 100 गीगावॉट सोलर एनर्जी उत्पादन करेगा और इसका एक हिस्सा रूफ-टॉप सोलर और गांवों में सोलर एनर्जी के उत्पादन से आएगा।

गांवों में सोलर एनर्जी के प्रोडक्शन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिलने की उम्मीद है। रिलायंस का इरादा सोलर मॉड्यूल की कीमत दुनिया में सबसे कम रखने का है, ताकी सोलर एनर्जी को किफायती बनाया जा सके।

उन्होेंन कहा कि सूर्य असीमित उर्जा पैदा करते हैं। अगर हम सौर उर्जा का इस्तेमाल कर पाए तो भारत फॉसिल फ्यूल यानी कच्चे तेल के आयातक से क्लीन सोलर एनर्जी का निर्यात देश बन सकता है।