झांसी। रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मानवीय संवेदना को झकझोरने वाला मामला सामने आया है। यहां एक मरीज का कटा पैर उसके सिरहाने पर तकिया बनाकर रख दिया गया। जब कुछ तीमारदारों ने इस मंजर को देखा तो हंगामा मचा दिया। सरकार के निर्देश पर कुछ स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल हादसे में घायल एक युवक को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया। ऑपरेशन कर उसका पैर काट दिया गया। दर्द से कराहते मरीज ने बाद में तकिया मांगा तो स्टाफ ने उसी का कटा पैर उसके सिरहाने रख दिया।
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जब परिजन ने यह देखा तो हंगामा खड़ा कर दिया। सूचना मिलते ही मीडिया भी पहुंच गया। लोगों ने इस अमानवीयता का फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इससे सरकार में हड़कम्प मच गया।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने मामले को गम्भीर मानते हुए तत्काल कार्रवाई के आदेश दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कंसल्टेंट ऑन कॉल डॉ.प्रवीन सरावली को चार्जशीट जारी करने का आदेश दिया है जबकि इमरजेंसी मेडिकल ऑफीसर डॉ.एमपी सिंह, सीनियर रेजीडेंट डॉ.आलोक अग्रवाल, सिस्टर इंचार्ज दीपा नारंग व नर्स शशि श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। इसी बीच परिवार मरीज को लेकर निजी अस्पताल चला गया।
जांच कमेटी गठित
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने झांसी के पूर्व प्राचार्य डॉ.नरेंद्र सेंगर की अध्यक्षता में चार सीनियर डॉक्टरों की जांच समिति गठित कर दी है। समिति से दो दिन में रिपोर्ट मांगी गई है।
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