गाजियाबाद। अगर आप दिल्ली एनसीआर में रहते हैं और किसी दुकान से आपको 100 से लेकर 2000 तक का नोट दिया गया है तो सावधान हो जाएं। वह नोट नकली भी हो सकता है। जी हां गाजियाबाद पुलिस ने 7 ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो नकली नोट छपते थे। इनके काम करने का तरीका कॉर्पोरेट को भी मात दे दे।
आरोपियों ने काम इतनी सफाई से किया है कि उस प्रेस एजेंसी को भी फेल कर दे जो इंडियन करेंसी छापती है। प्रिंटर से छपे नोट को देख कर हर कोई धोखा खा सकता है, लेकिन हकीकत ये है कि बिल्कुल असली से दिखने वाले ये नोट जाली हैं।
यह नोट गाजियाबाद में छप रहे थे जिनको पुलिस ने बरामद किया है। साथ ही पुलिस ने 7 लोगों को भी गिरफ्तार किया है। जिसमें इस गैंग का सरगना आजाद और उसके साथी आलम, रहबर, फुरकान, अब्बासी ,यूनुस, सोनी और अमन है।
पुलिस की दी जानकारी के मुताबिक इनको काम करते हुए 8 महीने हो गए थे और यह अब तक 17 लाख के जाली नोट यह छाप चुके थे।
इनका काम बिल्कुल कॉर्पोरेट स्टाइल में होता था कोई नोट छपता था तो कोई उसमें सिक्योरिटी मेजर लगाता था तो किसी का काम आगे सप्लाई करने का था।
एएसपी गाजियाबाद आकाश पटेल ने बताया कि यह लोग असली हजार रुपए के बदले में तिगुना जाली पैसा अपने वेंडर्स को दिया करते थे। इनके कब्जे से पुलिस ने 6 लाख 59 हजार के नकली नोट बरामद किए है। हालांकि पुलिस अभी इस बात की भी जांच कर रही है की कही इनके तार किसी विदेशी संगठन से तो नहीं जुड़े हैं।