इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा के बिठैाली थाने मे तैनात दरोगा विजय सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम जनप्रतिनिधियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने और अनुशासन हीनता के आरोप मे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
दरोगा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर चंबल के बीहडो में करीब 70 किलोमीटर दूर बिठौली थाने मे तैनाती दी गई थी। गैर हाजिर रहने के कारण नए सिरे मे दुबारा वहीं भेजे जाने से नाराज इटावा मुख्यालय से दौड लगाकर पहुंचना शुरू कर दिया जिससे 45 किलोमीटर दूर हनुमंतपुरा में बेहोश हो कर गिर पडा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा ने शनिवार को कहा कि विजय सिंह के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई प्रारभिंक जांच के बाद अमल मे लाई गई है। प्रारभिंक जांच मे दरोगा को अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया है।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर विजय प्रताप के खिलाफ पहले से ही जांच चल रही है। इस पर उसने एक बार माफी भी मांगी थी। उसका सोशल मीडिया पर एक पार्टी के पक्ष में प्रचार करने का वीडियो भी सामने आया है।
इससे पहले भी उसका शहर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता को थप्पड मारने व सदर विधायक से अभद्रता करने का मामला भी आया था। मामले में एएसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह को जांच सौंपी गई है।
उन्होने बताया कि बिठौली थाने में तैनाती के दरम्यान गैरहाजिर रहने के कारण एसएसपी के निर्देश पर विजय सिंह को दुबारा वहीं रवानगी की गई थी जिसके विरोध में दरोगा दौड लगाकर बिठौली जा रहा था लेकिन सहसो के हनुमंतपुरा में बेहोश होकर गिर जाने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
दरोगा विजय प्रताप ने कहा कि पहले भी बिठौली थाने में तैनात रहा है। वहां के प्रभारी से विवाद के बाद उसे पुलिस लाइन भेज दिया गया था। लेकिन एक बार फिर मुझे उसी थाने में भेज दिया गया। जबकि वो किसी अन्य थाने में पोस्टिंग मांग रहा है लेकिन जबरन उसे फिर उसी थाने में भेज दिया गया।