कानपुर। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उत्तर प्रदेश में हुए सपा-बसपा गठबंधन और राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट हो रहे विपक्षी नेताओं पर कड़ा निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष बताए कि आपका प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी कौन है। उन्होंने कहा कि अगर गठबंधन बना तो सोमवार को मायावती, मंगलवार को अखिलेश यादव, बुधवार को ममता, गुरुवार को शरद पवार, शुक्रवार को देवगौड़ा प्रधानमंत्री बनेंगे। शनिवार और रविवार को देश छुट्टी पर चला जाएगा। ये लोग परिवर्तन करने चले हैं और नेता का पता नहीं।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के फोर बी हैं- बढ़ता भारत, बनता भारत। जो गठबंधन करने चले हैं उनके फोर बी हैं- बुआ, भतीजा, भाई और बहन। इन लोगों की सरकार देश को आगे नहीं ले जा सकती। हम चाहते हैं कि मोदी जी के नेतृत्व में एक मजबूत सरकार बने। विपक्षी दल चाहते हैं कि सरकार मजबूर हो।’’ बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मैं कार्यकर्ताओं का आह्वान करता हूं कि यह लड़ाई देश के लिए महत्वपूर्ण है। यह लड़ाई जीतना बीजेपी के साथ-साथ भारत के लिए भी जरूरी है। हमारा कार्यकर्ता 50 प्रतिशत लड़ाई जीतकर ही आएगा। सीटों की संख्या ऐसी हो कि विरोधियों के दिल दहल जाएं।
उन्होंने एनआरसी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि चुनाव में जाने से पहले गठबंधन के सभी नेताओं को इस मामले पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। बीजेपी दोबारा सत्ता में आई तो कश्मीर से कन्याकुमारी तक एक-एक घुसपैठिए को चुन-चुनकर बाहर निकाला जाएग। शाह ने कहा कि वह कांग्रेस के सभी नेताओं का आह्वान करना चाहते हैं कि राम जन्मभूमि का नाम लेने का आपको कोई अधिकार नहीं है। वह उत्तर प्रदेश की जनता से कहने आए हैं कि राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर जल्द से जल्द बने इसके लिए बीजेपी कटिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि न्यास की 42 एकड़ जमीन कांग्रेस सरकार ने अधिग्रहीत कर ली थी। न्यास ने वह जमीन वापस मांगी, तो हमने इसका फैसला कर लिया। वह बहुत बड़ा फैसला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साधुवाद है कि उन्होंने यह साहसी कदम उठाया। हम आशा करते हैं कि जल्द से जल्द अयोध्या मामले का निपटारा हो और श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होकर जनता का कल्याण करें।