लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान हनुमान को दलित बताकर देश में एक नए विवाद को जन्म दे दिया है। इससे जहां ब्राह्मणों में गहरा रोष है, वहीं दलित संगठनों ने हनुमानजी को ‘हाई जैक’ करने की मंशा जताकर सबको चौंका दिया है।
रामभक्त हनुमान समस्त हिंदू वर्ग के लिए पूजनीय हैं, मगर राजनीति का गमछा लपेटे हुए योगी ने हनुमानजी को दलित बताकर उन्हें बेवजह विवाद में घसीट लिया है। जौनपुर और सुलतानपुर में दलित नेताओं ने हनुमान मंदिर पर ‘कब्जा’ करने का ऐलान किया है। बकायदा इसके पोस्टर भी लगाए गए हैं।
जौनपुर के सूरापुर और सुल्तानपुर के प्रमुख बाजारों में पोस्टर लगाकर दलितों को 11 दिसंबर को बिजेथुआ धाम पहुंचकर मंदिर पर कब्जा करने की अपील की गई है। पोस्टर में लिखा है- दलितों के पूर्वज जय हनुमान का धाम दलितों का है, बहुजन मूल निवासी हनुमान के सम्मान में दलित मैदान में।
पोस्टर में महात्मा बुद्ध, डॉ. भीमराव अंबेडकर, कांशीराम और प्रेमचंद उर्फ प्रेम की फोटो लगी हुई है। वहीं इन पोस्टर को देखने के बाद पुलिस और जिला प्रशासन सतर्क हो गए हैं।