कौशाम्बी: बेटियों को बेहतर शिक्षा मिले इसके लिए शासन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में मोटी रकम खर्च कर बेटियों को शिक्षित करने की योजना का संचालन कर रही है। बुधवार को चायल तहसील अंतर्गत जानकीपुर में संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की तकरीबन डेढ़ दर्जन बालिकाएं बीमार हो गई।
एक साथ इतनी संख्या में छात्राओं को बीमार होता देख जिम्मेदारों के हांथ पांव फूल गए। आनन फानन सभी बीमार छात्राओं को चायल सीएचसी में भर्ती कराया गया। हालांकि कुछ की हालत गंभीर बताते हुए सीएचसी के चिकित्सकों ने जिला अस्पताल मंझनपुर के लिए रेफर कर करते हुए इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई।
यह भी देखें
वहीं कम्यूनिटी हेल्थ सेंटर चायल ने पिपरी कोतवाली पुलिस भेजे पत्र में लिखा है कि भोजन में कमी होने के कारण छात्राएं बीमार हुई हैं। वहीं जानकारी होने पर एसडीएम चायल के साथ तहसील प्रशासन व कई थानों की फोर्स कस्तूरबा गांधी विद्यालय पहुंच गई थी।
चायल अंतर्गत कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय जानकीपुर में शिक्षा गृहण कर रहीं छात्राओं ने बुधवार की सुबह मीनू के अनुसार जो नाश्ता किया। जिसमें आलू का पराठा, केला, दूध या फिर अन्य सामाग्री लेने के बाद तकरीबन 15 बालिकाओं के पेट में दर्द, उल्टी, सीने में जलन के अलावा स्वास लेने में तकलीफ जैसी समस्या उत्पन्न हुई।
हालांकि नाश्ता से ऐसा हुआ या फिर क्या अन्य कारण है यह तो स्पष्ट नहीं किया जा सकता, लेकिन एक साथ इतनी बड़ी संख्या में बालिकाओं का बीमार होना वह भी नाश्ता करने के बाद तो यह अपने आप में नाश्ता सामाग्री को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है।
उधर, एक साथ इतनी संख्या में बीमार हुई बालिकाओं को आनन फानन इलाज हेतु चायल स्थित सीएचसी में भर्ती कराया गया जहां चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया। वहीं कुछ की हालत ज्यादा खराब होने पर चिकित्सकों ने उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर किया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। हालांकि सूचना पर विद्यालय पहुंचे चायल एसडीएम, सीओ चायल के अलावा नायब तहसीलदार सहित चरवा, पिपरी, सरायअकिल थानों की फोर्स ने मौका मुआयना किया।
वहीं मामले में एसडीएम ने चायल ने बताया कि जो विद्यालय बालिकाओं को भोजन या फिर नाश्ता आदि दिया जाता है उसकी सैंम्पलिंग कराई जा रही है। किचन को लाॅक कर दिया गया है। पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।