मामला खेरागढ़ क्षेत्र के गांव नगला सोन का है। सैंया थाना क्षेत्र के खेरागढ़ मार्ग स्थित जोधापुरा ढाढकी गांव में देवोत्थान एकादशी पर सामूहिक विवाह सम्मेलन हुआ था। एक बारात धौलपुर के मनियां कस्बे से आई थी। सम्मेलन में विवाह संपन्न होने के बाद दुल्हन की उसके गांव नगला सोन से विदाई होनी थी। दूल्हा और बाराती गांव पहुंच गए। मगर दुल्हन ने विदा होने से इनकार कर दिया। बताया गया है कि दूल्हा दुल्हन के लिए सैंडल लेकर नहीं पहुंचा।
इस पर दुल्हन नाराज हो गई। बारातियों में खलबली मच गई। वर पक्ष ने काफी देर तक दुल्हन को समझाने का प्रयास किया। लेकिन दुल्हन ने विदाई से साफ इनकार कर दिया। दुल्हन की विदाई न होती देख वर पक्ष ने 112 पर फोन कर पुलिस को बुला लिया। लेकिन बात नहीं बन सकी।
बारातियों पर शराब पीने का आरोप
सिर्फ सैंडल ही नहीं बल्कि दुल्हन पक्ष का आरोप है कि बाराती शराब पीकर आए थे। बदतमीजी कर रहे थे। कुछ लोग दूल्हे को मिर्गी आने की बात भी कह रहे हैं। शनिवार सुबह दूल्हा और दुल्हन पक्ष में मामले को लेकर पंचायत हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। दूल्हे पक्ष ने जानबूझकर शादी तोड़ने का आरोप लगाया है। इधर थाना पुलिस ने किसी भी प्रकार की लिखित शिकायत प्राप्त होने से इनकार किया है।