गोंडा. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में जिस शख्स की हत्या तीन साल पहले ही हो चुकी थी, वह गुजरात के कच्छ में नौकरी करता मिला है. जिसके शव का पता पुलिस 2020 से नहीं लगा पाई, वह अब जिंदा घूमता हुआ मिला. पति-पत्नी ने मिलकर अपने ही घरवालों को हत्या के मामले में फंसा दिया और जेल की हवा खिलाई.
गोंडा जिलें में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है. जिसकी शख्स की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन साल पहले उसके ही सगे भाइयों और पिता को जेल भेज दिया था, उसको पुलिस ने गुजरात के कच्छ से गिरफ्तार किया है. झूंठे केस में फंसाने के आरोप में पति-पत्नी को पुलिस ने जेल भेज दिया.
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जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के बेसिया चैन में महिला ने संपत्ति और जमीन के विवाद में अपने ही पति की हत्या का झूठा मुकदमा दर्ज कराया. इतना ही नहीं, महिला विधवा की जिंदगी जी रही थी और उसके तीन देवर और ससुर जेल की हवा खा रहे थे.
2020 में महिला गुड़िया देवी ने न्यायालय को गुमराह कर 156/3 के तहत अपने ससुर ननके के अलावा देवर अर्जुन, श्याम और अज्ञाराम पर हत्या का केस दर्ज करा दिया और पति चुपके से गुजरात चला गया. पति-पत्नी ने संपत्ति में हिस्सा ना मिलने पर खौफनाक चाल चली और देहात कोतवाली में हत्या और शव छिपाने का झूठा मुकदमा अपने ही घरवालों पर दर्ज करा दिया. पुलिस इस मामले की छानबीन कर ही रही थी और शव की तलाश में थी. इसी बीच राम करन के गुजरात में होने की बात पता चली.
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पुलिस टीम जब गुजरात पहुंची तब वहां नौकरी कर रहे राम करन को अपने साथ गोंडा ले आई. पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल के मुताबिक राम करन के इकबालिया बयान के आधार पर पत्नी गुड़िया देवी को गिरफ्तार अरेस्ट कर पुलिस ने मेडिकल कराया और दोनों को जेल भेजकर विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है.