मामला पीलीभीत जिले के पूरनपुर का है। एक मोहल्ले की रहने वाली युवती का विवाह मेरठ के शास्त्री नगर निवासी कांस्टेबल के साथ 22 नवंबर 2015 को हुआ था। विवाहिता ने एसपी को दिए शिकायती पत्र में बताया उसका पति मेरठ में तैनात है। विवाह के दौरान परिजनों ने 10 लाख का दहेज दिया। विवाह के कुछ माह बाद ही उससे प्लाट खरीदने के लिए पांच लाख के दहेज की डिमांड की। विरोध करने पर मारपीट कर उसको घर से निकाल दिया।
21 अगस्त 2022 को पति व ससुर उसके मायके पहुंचकर दहेज न मांगने की बात कहीं। रजामंदी की बाद विवाहिता चली गई। आरोप है ससुर ने बस में बैठी विवाहिता के साथ छेड़छाड़ की। विरोध करने पर गला दबाकर जान से मारने का प्रयास किया। बस में बैठे लोगों ने बीच बचाव कर उसे बचाया। दूसरी बस में बैठाकर उसे मायके भेज दिया।
थाना व सीओ से शिकायत करने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। एसपी के आदेश पर पुलिस ने कांस्टेबल पति, सास, ससुर, ननद, ननदोई समेत नौ के खिलाफ केस दर्ज किया।