शामली. पाकिस्तान के कराची से नोएडा पहुंची सीमा हैदर की कहानी तो हर किसी ने सुनी ही है. अपने प्रेमी सचिन से शादी करने के लिए सीमा हैदर अपने चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से भारत आ पहुंची थी.
मामला देशभर में सुर्खियों में रहा. उत्तर प्रदेश के शामली के काजीवाड़ा मोहल्ले की रहने वाली अरशी भी निकाह करने पाकिस्तान पहुंची है. पिता से किए गए वायदे को पूरा करने के लिएअरशी पाकिस्तान के लाहौर के उबैद के साथ निकाह करने के लिए अपनी मां शागुफ्ता परवीन के साथ दो दिन पूर्व ही पाकिस्तान के लिए रवाना हो गई. शादी को लेकर अरशी और उबैद के परिवार में खुशी की लहर है.
काजीवाड़ा मोहल्ले में सलाउद्दीन का परिवार रहता है. परिवार के सदस्य नौकरी और मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं. बताया गया कि पाकिस्तान के लाहौर शहर की रहने वाली शागुफ्ता परवीन की शादी करीब 47 साल पहले शामली के काजीवाड़ा मोहल्ले के रहने वाले सलाउद्दीन के साथ हुई थी.
सलाउद्दीन के परिवार में दो बेटे और दो बेटी है. कोरोना काल के दौरान बीमारी के कारण अचानक सलाउद्दीन का देहांत हो गया था. सलाउद्दीन के बेटे फैसल ने बताया कि वह फर्नीचर की दुकान पर काम करता है.
उन्होंने बताया कि देहांत से पूर्व ही अब्बा ने अरशी की शादी अम्मी के घर लाहौर में रहने वाले चाचा के लड़के उबैद से तय की थी. मगर बीच में अब्बा अल्लाह को प्यारे गए. पिता से किए गए वायदे को पूरा करने के लिए सोमवार को ही मां शागुफ्ता और अरशी सभी कानूनी प्रक्रिया को पूरी करने के बाद लाहौर के लिए रवाना हो गई. मंगलवार को दोनों ने बार्डर पार किया.
पाकिस्तान जाने के बाद ही अरशी और उबैद की शादी की तारीख तय होगी. हालांकि, पाकिस्तान से लौटने से पूर्व ही निकाह होने की उम्मीद है. जिसकी तैयारी उबैद और उसके परिजनों ने की हुई है. फैसल ने कहा कि रिश्तेदारी में ही बहन की शादी हो रही है, जिसको लेकर परिवार के लोग भी खुश है और वापस लौटने पर स्वागत की तैयारी कर रहे हैं.
नौकरीपेशा है उबैद
अरशी के परिजनों ने बताया कि उबैद लाहौर में ही नौकरी करता है. उबैद का परिवार भी व्यवहारिक हैं. पहले से ही रिश्तेदारी होने और वायदें के कारण ही अरशी की शादी लाहौर में तय की है. काफी समय पहले ही दोनों की शादी तय कर दी गई थी, बस तारीख तय होना बाकी है.