लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में दो दिन पहले नेता विपक्ष की सीट के नीचे पुड़िया में मिले पदार्थ की शुक्रवार को जांच रिपोर्ट मिलते ही हड़कम्प मच गया। इस पदार्थ की पहचान बेहद शक्तिशाली विस्फोटक PETN के रूप में हुई है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक बुलाई और साजिश का पर्दाफाश करने के लिए जांच एटीएस को सौंप दी है।
विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अदित्यनाथ ने कहा कि इस साजिश का पर्दाफाश होगा और इसकी जांच एएनआई से करवाने की अपील करेंगे। उन्होंने कहा सुरक्षा व्यावस्था केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है।
उन्होंने सदस्यों से अपील की कि सुरक्षा जांच में सहयोग करें। बैग और मोबाइल विधानसभा के बाहर ही रखें जाएं। सुरक्षा में लगे लोगों की पहचान अनिवार्य हो। कुछ लोग शरारत पर उतर आए हैं। उन्हें बेनकाब करेंगे।
यह है मामला
12 जुलाई को विधानसभा में एक सफेद पाउडर मिला था जिसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया था। जांच में खुलासा हुआ है कि यह एक बेहद शक्तिशाली विस्फोटक था। हालांकि विधानसभा में किसी डिटोनेटर की बरामदगी नहीं हुई है। अगर इसके साथ डिटोनेटर भी होता तो बड़ा धमाका हो सकता था। वहां लगभग 150 ग्राम PETN मिला है। पूरी विधानसभा को उड़ाने के लिए 500 ग्राम PETN ही काफी है। इसकी 100 ग्राम मात्रा ही एक कार को उड़ाने के लिए काफी है।
क्या है PETN
यह एक बेहद खतरनाक विस्फोटक है जो डिटोनेटर के साथ बड़ा धमाका करने में सक्षम है।
एक गंधहीन सफेद पाउडर है जिसे पकड़ना आसान नहीं होता। खोजी कुत्ते भी कई बार इसकी पहचान नहीं कर पाते। इसका पूरा नाम पेंटाईरीथ्रीटोल ट्राईनाइट्रेट है जिसकी छोटी सी मात्रा भी खतरनाक होती है। 2011 में दिल्ली हाईकोर्ट धमाके में भी इसके उपयोग की बात सामने आई थी। वहीं 2009 में नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस में भी इसकी मदद से धमाका करने की कोशिश हुई थी।