प्रयागराज। बदलते परिवेश में लोग कुदरत की रचना को चुनौती दे रहे हैं। इसमें चिकित्सा विज्ञान भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बीते दिनों फाफामऊ की सुधा (बदला हुआ नाम) को अपनी सहेली से इस कदर प्यार हुआ कि उसने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया। लिंग परिवर्तन का सफल ऑपरेशन एसआरएन अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ. मोहित जैन की देखरेख में 14 जून को किया गया। ऑपरेशन से 20 वर्षीय स्नातक छात्रा सुधा अब कैलाश (बदला हुआ नाम) बन गई है। अस्पताल से उसे छुट्टी दे दी गई है लेकिन हार्मोनल दवाइयां अभी चलती रहेंगी।
डॉ. मोहित जैन ने बताया कि ऑपरेशन से पहले लड़की की मनोचिकित्सक से जांच कराई गई। वह शारीरिक, मानसिक रूप से स्वस्थ, प्रसन्न थी। लेकिन वह लड़की रहते हुए आत्मिक सुख की अनुभूति नहीं कर रही थी। इसलिए उसकी इच्छा के अनुसार लिंग परिवर्तन किया गया। ऑपरेशन के प्रथम चरण में स्त्री व प्रसूति रोग विभाग की ओर से स्तन और गर्भाशय निकाला गया। इसके बाद उसे लड़की से लड़का बनाने की प्रक्रिया का अगला चरण शुरू हुआ।
लिंग परिवर्तन से संतान पैदा करने में सक्षम नहीं
डॉ. मोहित जैन ने बताया कि एसआरएन में लिंग परिवर्तन का यह सफल ऑपरेशन पहली बार किया गया। पूरी प्रक्रिया 18 माह में पूरी होगी। लिंग परिवर्तन के बाद दोनों साथ रह सकते हैं लेकिन संतान पैदा करने में सक्षम नहीं होंगे।