उन्होंने कहा कि उन्नाव में 2018 में दुष्कर्म किया गया था। युवकों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया था। ऐसे आरोपियों को जेल भेजने के बजाए गोली मार देनी चाहिए या फिर फांसी दे देनी चाहिए। क्योंकि जमानत पर जेल से छूट कर आते ही पेट्रोल डालकर उस बेटी को आग लगा दी। वह 90 फीसदी तक चल चुकी थी। मैं महिला और एक विधायक होने के नाते उस बेटी व उसके परिवार का दर्द समझ सकती हूं। ऐसे दुष्कर्मियों के बारे में प्रशासन को भी सोचना चाहिए।
इटावा के भरथना क्षेत्र की विधायक ने कहा कि प्रशासन को दौड़ाकर पैर में नहीं सीधे सीने में गोली मार देनी चाहिए, जिससे ऐसा दुस्साहस करने वालों में डर पैदा हो। वे सोचें कि दुष्कर्म करने पर या मार दिए जाएंगे या फिर फांसी हो जाएगी। बहन, बेटी सबकी बराबर है। हैदराबाद में डॉक्टर के साथ हुई घटना या उन्नाव घटना पर प्रदर्शन के बजाए लोगों को ऐसे लोगों के खिलाफ जागरूक और मुखर होना चाहिए।