मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ नगर निगम में मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह के दौरान वंदेमातरम को लेकर सदन में बवाल मच गया और भाजपा और बसपा पार्षद आमने-सामने आ गए।
यहां टाउन हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत में वंदेमातरम के दौरान महापौर सुनीता वर्मा और बसपा पार्षदों के बैठे रहने से भाजपा पार्षद भड़क गए और बसपा का विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी।
मेरठ नगर निगम चुनाव परिणाम आने के बाद मेयर बनीं बसपा की सुनीता वर्मा ने साफ कह दिया था कि सदन की कार्यवाही में वंदेमातरम नहीं है, इसलिए वह इसे नहीं गाएंगी। जब मंगलवार को टाउन हॉल में शपथ ग्रहण समारोह शुरू हुआ तो सबसे पहले वंदेमातरम गाया गया। इस दौरान भाजपा पार्षद तो खड़े हो गए, लेकिन मेयर सुनीता वर्मा और बसपा पार्षद बैठे रहे।
इसके बाद भाजपा पार्षदों ने सदन के अंदर और समर्थकों ने बाहर जमकर नारेबाजी की। भाजपा नेताओं ने बसपा मेयर की होर्डिग फाड़ दी और बसपा विरोधी नारे लगाते रहे, जिसके विरोध में बसपा पार्षद भी जवाबी नारेबाजी करते रहे। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
बसपा ने राष्ट्रगीत का अपमान किया : भाजपा
मेयर और पार्षदों द्वारा राष्ट्रगीत वंदेमातरम के कथित अपमान पर भाजपा ने बसपा अध्यक्ष मायावती से सवाल पूछा है। प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने मंगलवार को बसपा अध्यक्ष से पूछा कि मेरठ नगर निगम में बसपा मेयर और पार्षदों द्वारा राष्ट्रगीत के अपमान पर पार्टी अपना दृष्टिकोण स्पष्ट करे।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि बसपा अध्यक्ष मायावती बताएं कि उनकी पार्टी के मेयर, पार्षद राष्ट्रगीत का विरोध क्यों कर रहे हैं। वंदेमातरम का नारा लगाकर कितने ही स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया है। उसी वंदेमातरम का बसपा नेताओं और जनप्रतिनिधियों द्वारा अपमान कर किसकी भावनाओं को तुष्ट किया जा रहा है।