बाराबंकी। दुर्गा पूजा के लिए सजे पंडाल के एक पोल को छूते ही ग्रामीणों को जोरदार करंट लगा। वह झटपटाकर गिर पड़ा। ग्रामीणों ने उन्हें सीएससी पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के कुछ ही मिनट बाद ग्रामीणों को पंडाल में एक और युवक को बेहोश पड़ा मिला। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। मरने वाले चाचा-भतीजे हैं। घटना को लेकर पुलिस का कहना है कि चाचा की हालत देख भतीजे की सदमे से मौत हो गई। घटना को लेकर पूरे गांव में कोहराम मच गया है। घटना की सूचना पाते ही मौके पर रामसनेहीघाट के एसडीएम और सीओ पहुंचे।
रामसनेहीघाट क्षेत्र के बसैगापुर गांव में 26 सितंबर को दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर विधि-विधान से पूजा-पाठ किया गया। पंडाल सजाकर लोगों को बैठने की व्यवस्था की गई थी। बुधवार की शाम आरती और पूजा चल रही थी। गांव के ही 35 वर्षीय सोमनाथ दर्शन करने आया हुआ था। इस दौरान उसका हाथ पंडाल में लगे एक लोहे के पोल को जैसे ही छूआ वैसे ही करंट लग गया जिसके बाद वह छटपटाने लगा। ग्रामीणों ने कैसे भी करके बिजली का कनेक्शन काटा लेकिन तब तक वह झुलस के बेहोश हो चुका था। लोगों ने उसे अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
चाचा को बचाने के चक्कर में भतीजा भी चिपका
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक सोमनाथ को सीएचसी भेजने के बाद पंडाल में ग्रामीण पंडाल लौटे तो देखा सोमनाथ का 15 वर्षीय भतीजा रोहित भी पंडाल मे बेहोश मिला। ग्रामीणों ने उसे सीएचसी लेकर गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। दोनों के मरने की खबर गांव पहुंची तो हाहाकार मच गया। एक ही घर में दो लोगों की मौत से पूरा गांव गमगीन था।