आगरा। यूपी की ताजनगरी से शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां बीच सड़क पर एक इंजीनियरिंग की छात्रा ने खुद अपने कपड़े उतार दिए। पुलिस चौकी के सामने निर्लज्ज लोग छात्रा का वीडियो बनाते रहे, लेकिन किसी ने भी उसकी आबरू नहीं ढकी।
लखनऊ की युवती आगरा में इंजीनियरिंग कर रही है। उसने अपने एक सीनियर छात्र पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। मुकदमा दर्ज कराने के बाद से अवसाद में है। रविवार को युवती खुद ही अपने कपड़े उतारने लगी।
यह देखकर लोगों की भीड़ लग गई। मगर किसी ने भी उसकी आबरू नहीं ढकी। निर्लज्ज लोग तो मोबाइल से वीडियो बनाने लगे। रास्ते से निकलकर जा रहीं दो युवतियों को शर्म आई। वह किसी तरह पीड़िता को एक क्लीनिक में ले गईं। उसे कपड़े पहनाए।
सूचना पर पुलिस पहुंची ने उसे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में भर्ती कराया। परिजन को सूचना दी गई है। बता दें कि 3 दिन से युवती दयालबाग पुलिस चौकी के चक्कर काट रही थी। अपने केस के बारे में पूछती थी। पुलिस जांच कर कार्रवाई का आश्वासन देती थी।
युवती डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के एक कैंपस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है। 11 अगस्त को थाना सिकंदरा पर शिकायत कर पीड़िता ने कहा कि सीनियर रहे शिवांश ने कार में बैठाने के बाद दुष्कर्म किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
शिवांश आईआईटी जम्मू का छात्र है। एमटेक कर रहा है। पुलिस विवेचना कर रही है। साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। 3 दिन से युवती दयालबाग पुलिस चाैकी के चक्कर काट रही थी। अपने केस के बारे में पूछती थी। पुलिस जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दे रही थी। रविवार को 10 बजे भी वह चाैकी पर गई।
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कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। बाद में मऊ रोड पर आ गई। उसके पास दो बैग थे। अचानक उसने बैगों को सड़क पर फेंक दिया। एक चाय की दुकान के बाहर कपड़े उतारने लगी। यह देखकर रास्ते से निकलकर जा रहे लोग रुक गए। लोगों की भीड़ लग गई।मगर, युवती को नहीं रोक सके। कुछ लोगों ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। तभी दो युवती आईं। उन्होंने उसे संभाला।
बोतलबंद पानी मांगा, अंग्रेजी में बोलने लगी
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि सूचना पर वह भी पहुंच गए थे। उन्होंने युवती से बात की। वह ठीक से कुछ भी नहीं बता पा रही थी। उसे दो युवती एक चिकित्सक के क्लीनिक में ले गई थीं। कुछ बाद वो सो गई। नींद खुलने पर उसे पीने के लिए पानी दिया।
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि सूचना पर वह भी पहुंच गए थे। उन्होंने युवती से बात की। वह ठीक से कुछ भी नहीं बता पा रही थी। उसे दो युवती एक चिकित्सक के क्लीनिक में ले गई थीं। कुछ बाद वो सो गई। नींद खुलने पर उसे पीने के लिए पानी दिया।
मगर, वो बोतल बंद पानी मांगने लगी। इस पर पानी ले आए। वह 112 पर काॅल करके पुलिस बुलाने के लिए कह रही थी। मगर, पुलिस पहले से माैजूद थी। इस पर उसे समझाया। पुलिस उसे ले जाने लगी तो अंग्रेजी में दूर रहने के लिए कहने लगी।
इस पर पुलिसकर्मी भी घबरा गईं। उसके बैग में शैक्षिक प्रमाण पत्र और एफआईआर की काॅपी मिली। यह थाना सिकंदरा की थी। इस पर एसीपी डा. सुकन्या शर्मा को जानकारी दी। उन्होंने एंटी रोमियो की टीम को भेजा।
मां ने तत्काल आने में जताई असमर्थता
एसीपी ने बताया कि युवती अवसाद में है। उसे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में उपचार के लिए भर्ती कराया है। उसकी मां से बात की गई थी। मां विधवा है। अभी आने में असमर्थता जताई। युवती का उपचार कराया जा रहा है। ठीक होने पर उसे नारी निकेतन भेजा जाएगा।
एसीपी ने बताया कि युवती अवसाद में है। उसे मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में उपचार के लिए भर्ती कराया है। उसकी मां से बात की गई थी। मां विधवा है। अभी आने में असमर्थता जताई। युवती का उपचार कराया जा रहा है। ठीक होने पर उसे नारी निकेतन भेजा जाएगा।
सिकंदरा पुलिस ने बताया कि युवती के मामले में केस दर्ज है। आरोपी शिवांश छात्र है। हाल ही में आईआईटी जम्मू में प्रवेश लिया है। युवती ने जिस दिन की घटना बताई, उस दिन आरोपी की लोकेशन जम्मू की है।
इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी दिए हैं, जिसमें वो नजर आ रहा है। प्राथमिक जांच में घटना की पुष्टि नहीं हुई है। फिर भी साक्ष्य संकलन किया जा रहा है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।