वाराणसी। उत्तर प्रदेश की वाराणसी पुलिस ने हत्या का खुलासा करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके भारद्वाज ने शुक्रवार को मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिला ने एक योजना के तहत अपने प्रेमी और दो भाइयों के साथ मिलकर पति राजाराम की निर्मम तरीके से हत्या करवाई थी। पति की हत्या के बाद वह परिवार वालों को कई माह तक यह कहकर गुमराह करती रही वह दूसरे शहर में नौकरी करने गया है।
उन्होंने बताया कि चौबेपुर के थाना प्रभारी ओम नारायण सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल ने सारनाथ निवासी राजाराम की हत्या के अरोप में उसकी पत्नी और उसके प्रेमी पनारु को गिरफ्तार किया जबकि महिला के भाई सारनाथ निवासी कमलेश एवं बाबू फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
भारद्वाज ने बताया कि पिछले साल 12 मई की रात को राजाराम को शराब पिलाकर हत्या करने के बाद उसका शव वभनपुरा गांव में ईंट भट्टा के पास झाड़ियों में फेंक दिया था। अगले दिन उसका शव बरामद किया था।
मृतक का चेहरे को इस तरह से काटा गया था, जिससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। करीब पांच महीने की मशक्कत के बाद पिछले साल एक सितंबर को शिनाख्त हुई। उसके बाद परिजनों को राजाराम की पत्नी पर संदेह हुआ।
उन्होंने बताया कि इस आधार पर पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाया। पुलिस ने सूचना के आधार पर शुक्रवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिरईगांव के पास से हत्यारोपी महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया। वे कहीं भागने की फिराक में थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के मुताबिक अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि योजना बनाकर उन्हाेंने राजाराम को बुलाकर शराब पिलाई और नशे के बाद उसके गुप्तांग एवं सिर पर ईंट से प्रहार कर हत्या की। इस मामले में महिला के भाई सारनाथ निवासी कमलेश एवं बाबू साथ दिया था।
उन्होंने बताया कि राजाराम की शादी लगभग 20 साल पहले हुई थी। शादी के बाद वह जैतपुरा क्षेत्र के अमानउल्ला पुरा में परिवार के साथ रहने रह रहा था, जहां महिला का पड़ोसी युवक पनारू से नाजायज संबंध हो गया था। इसकी जानकारी मिलने के बाद राजाराम बहुत नाराज हुआ। उसने पत्नी को बहुत समझाया लेकिन उसने पनारू से मिलना बंद नहीं किया।
इसके बाद राजाराम ने पनारू से पीछा छुड़ाने के लिए वहां का मकान बेच दिया और सारनाथ इलाके में दूसरा मकान खरीद कर रहने लगा। लेकिन पानारू का यहां भी आना-जाना शुरु हो गया। इससे नाराज राजाराम का अपनी पत्नी से अक्सर विवाद होता था। विवाद इतना बढ़ गया कि महिला ने अपने भाईयों से कहा कि यदि वह राजाराम को मारने में मदद नहीं करेगा तो वह खुद जान दे देगी।