हापुड़। बेपरवाही से रेल पटरी पर घूमना 7 मजदूर दोस्तों को भारी पड़ गया। अचानक एक इंजन आने से वे चपेट में आ गए। इनमें से 6 की मौत हो गई जबकि सातवां अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है। यह हादसा रविवार रात पिलखुवा कोतवाली क्षेत्र के गांधी रेलवे क्रॉसिंग के पास घटित हुआ।
पिलखुवा नगर के सद्दीकपुरा निवासी समीर, सलीम, आरिफ, सर्वोदय नगर निवासी विजय, आकाश व दो अन्य मजदूर पुताई का काम करने के लिए हैदराबाद जाने वाले थे। सुबह वे गाजियाबाद पहुंचे, लेकिन उनकी ट्रेन छूट गई और वे सभी वापस पिलखुवा आ गए। रात करीब पौने नौ बजे वे सातों पटरियों पर टहल रहे थे। इसी दौरान दिल्ली-मुरादाबाद रेलवे ट्रैक पर दिल्ली की ओर से एक तेज रफ्तार इंजन आया। सातों युवक इंजन की चपेट में आ गए। इनमें आकाश, राहुल, सलीम, समीर व आरिफ सहित एक अन्य युवक की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया।
सूचना मिलते ही जिलाधिकारी कृष्णा करुनेश, पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल, अपर पुलिस अधीक्षक राम मोहन सिंह सहित कई थानों का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। एसपी कुटियाल ने बताया कि इंजन की चपेट में आने से युवकों की मौत हुई है। प्रथम दृष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि युवकों ने कानों में ईयर फोन लगाया हुआ था या फिर दोनों ट्रैक पर ट्रेन आ गई थी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।