एटा। उत्तर प्रदेश में एटा जिले के मलावन क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 91 पर निर्माणधीन ओवर ब्रिज के गिरने से तीन वाहन और उन पर बैठे कई लोग दब गए। देर रात तक दो शव निकाले जा चुके थे जबकि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एनएचएआई के निर्माणाधीन सड़क पुल हादसे का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल मौके पर पहुंचकर बचाव एवं राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एनएच 91 पर छछेना नहर के पास ओवर ब्रिज बनने का कार्य चल रहा था। आज इसमे बड़े बड़े गार्डर रखने का काम हो रहा था कि अचानक इस ओवर ब्रिज के चार बड़े बड़े गार्डर जो पुल के खंभों के ऊपर रखे गए थे वे सड़क पर आ गिरे।
इस दौरान सड़क से गुजर रही एक बोलेरो कार, एक भूसा गाड़ी और एक छोटी क्रेन इन गर्डरों के नीचे दब गई। इन वाहनों में भी कुछ लोग बैठे हुए थे जो उन्ही वाहनों में दब गए। प्रत्यक्षदर्शी घायल मजदूर मनवीर ने बताया कि इस हादसें में तीन वाहन दब गए और पांच छह लोग घायल हो गए। एक ठेकेदार नरेश के दोनों पैर कट गए।
हादसे के वक्त कुछ मजदूर काम कर रहे थे, वे कूद गए। अभी तक दो लोगों के शव निकाले जा चुके हैं औऱ अन्य दबे हुए लोगों को बचाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि सीमेंट के बड़े बड़े चार गार्डर नीचे गिरे हैं वो बहुत भारी होने के कारण क्रेन से भी उनको हटाने में दिक्कत आ रही है। घटना स्थल पर तीन बड़ी क्रेनों के माध्यम से ओवर ब्रिज के गिरे हुए गार्डरों और मलवे को हटाया जा रहा है।
एटा के जिला अधिकारी सुखलाल भारती औऱ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह मौके पर राहत और बचाव कार्य मे लगे हुए है। राहत एवं बचाव कार्य अभी जारी है। जिलाधिकारी ने अभी तक दो लोगों के मरने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि ये एनएचएआई की ओर से ओवर ब्रिज बनाने का काम पीएनसी कंपनी कर रही थी।
हाइड्रा मशीन से कार्य करते वक्त ये हादसा हुआ है। इसमें जांच कराकर एफआईआर कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने माना कि इस कार्य में पीएनसी कंपनी की बड़ी लापरवाही है।
जिला अधिकारी सुखलाल भारती ने घटना की मजिस्ट्रेटियल जांच का जिम्मा अपर जिला अधिकारी प्रशासन विवेक मिश्रा को सौंपा है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि ओवर ब्रिज के निर्माण में लगी पीएनसी कंपनी और एनएचएआई के कई अधिकारियों के खिलाफ दो अलग अलग एफआईआर दर्ज की गई है। इनमें से कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त एक जीप पर सवार पुष्पेंद्र औऱ नरेंद्र नामक युवकाें की मृत्यु हो गई थी। दोनों का आपस में साढू का रिश्ता था। उनके ससुर मुन्ना लाल ने मलावन थाना में आईपीसी की धारा 304, 427 के तहत अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
दूसरी एफआईआर मलावन थाना के दारोगा सुरजीत ने आईपीसी की धारा 304,427,308 के तहत मलावन थाना में दर्ज कराई। इस एफआईआर में हाइड्रा क्रेन का चालक मनवीर नामजद किया गया है जो हादसे में घायल हो गया था। इसके अलावा नरेश नामक व्यक्ति भी घायल हुआ है।
दोनों एफआईआर में पीएनसी कंपनी और एनएचएआई के अधिकारियों की लापरवाही के कारण हादसा होने का जिक्र है। इस मामले में पीएनसी और एनएचएआई के कई अधिकारियों को हिरासत में लेकर पूंछतांछ जारी है।