नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश एटीएस ने राज्य में जबरन धर्म परिवर्तन के काम में संलिप्त गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गैंग से जुड़े लोगों पर आरोप है कि इसने अब तक राज्य में विभिन्न स्थानों पर 1000 लोगों को धर्मांतरण कराया है। इन्होंने खासकर मूक-बधिर, महिलाओं और बच्चों को अपना निशाना बनाया।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि पहले विपुल विजयवर्गीय और कासिफ की गिरफ्तारी हुई थी। इनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि एक गैंग प्रलोभन देकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराता है। पूछताछ के दौरान उमर गौतम का नाम आया, जो बाटला हाउस जामियानगर का रहने वाला है। इनके एक अन्य साथी मुफ्ती काजी जहांगीर आलम की भी गिरफ्तारी की गई है।
कुमार के मुताबिक इस गैंग के पास 1000 लोगों की सूची है, जिनका प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया गया है। इन लोगों को फंडिंग विदेशों से की जाती है। एडीजी ने बताया कि इस गैंग ने नोएडा, कानपुर, मथुरा, वाराणसी आदि जिलों में लोगों को अपना निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि लखनऊ में दर्ज मुकदमे में एक संस्था तथा कुछ अन्य लोगों के नाम भी शामिल किए गए हैं।
एडीजी ने मीडिया को बताया कि उमर गौतम ने भी धर्मांतरण किया था। वह पहले हिन्दू था। उमर और उसके सहयोगी जामियानगर से एक संस्था चलाते हैं। इस संस्था के माध्यम से इन्होंने यूपी के अन्य इलाकों से मूकबधिर, महिलाओं और बच्चों का सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन करवाया। उन्होंने बताया कि इस गैंग को इस कार्य के लिए बैंक खातों और अन्य माध्यमों से बड़ी रकम उपलब्ध करवाई जाती है।