पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के अपमान का मामला सामने आया है। यहां एक किसान के शव पर तिरंगा रखा गया। इसके बाद घर से श्मशान घाट तक शव यात्रा निकाली गई।
पुलिस ने किसान की मां और भाई के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम 1971 के तहत केस दर्ज किया है। किसान कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे धरने में शामिल होने गया था, जहां उसकी सड़क हादसे में मौत हो गई थी। बुधवार को परिवार ने किसान का एक शहीद की तरह अंतिम संस्कार किया।
पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश यादव ने आज कहा कि सेहरामऊ के गांव बारी बुझिया निवासी बलजिंद्र अपने दाेस्ताे के साथ 23 जनवरी को गाजीपुर बार्डर पर कृषि कानूनाें के खिलाफ चल रहे धरने प्रदर्शन में शामिल होने गया था। 24 जनवरी को वह गायब हो गया।
बलजिंद्र की 25 जनवरी को सड़क हादसे में मौत हो गई। इस संबंध में वहां मुक़दमा भी दर्ज है। गाजीपुर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया। इसकी सूचना उनके परिवार वालाें को 2 फरवरी को लगी। गुरूवार को परिजन शव को लेकर पीलीभीत अपने गांव पहुंचे।
एसपी के अनुसार परिजन तिरंगे में लपेट कर शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए। तिरंगे मे लपेट कर शहीदाे की तरह की गई अंतिम सस्कार का वीडियो साेशल मिडिया पर वायरल हाे गया।
वायरल वीडियो के अनुसार शव को अंतिम संस्कार के लिए तिरंगे में लपेट कर ले जाने की सूचना पर सेरामऊ पुलिस ने भाई गुरविंदर सिंह और मां जसवीर कौर सहित एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।