वाराणसी। बलिया जिले में एक निजी स्कूल में कक्षा चार में पढ़ने वाली छात्रा की मंगलवार रात अस्पताल में मौत हो गई। परिजन ने शिक्षिका की पिटाई से सिर में गंभीर चोट लगने से मौत होने का आरोप लगाते हुए बुधवार को हंगामा कर दिया। पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक मुन्ना सिंह, प्रिंसीपल संगीता सिंह तथा आरोपित शिक्षिका रजनी के खिलाफ केस दर्ज कर तीनों को हिरासत में ले लिया है।
रसड़ा कस्बे से सटे कोटवारी (अहीरपुर) निवासी संतोष वर्मा की 12 वर्षीय
बुधवार सुबह शव लेकर परिजन स्कूल पर पहुंच गए और हंगामा करने लगे। स्कूल प्रशासन ने मुख्य गेट में ताला बंद करा दिया। लोग बाहर ही शोर-शराबा करने लगे। सूचना पाकर कोतवाल गिरीशचंद यादव व चौकी प्रभारी उमाशंकर त्रिपाठी पहुंच गए।
उन्होंने मामले से अधिकारियों को अवगत कराया। इसके बाद एडीएम मनोज सिंघल, एएसपी विजयपाल सिंह तथा सीओ रसड़ा अवधेश चौधरी पहुंचे। सुप्रिया के पिता संतोष की तहरीर पर पुलिस ने स्कूल के प्रबंधक मुन्ना सिंह, प्रिंसीपल संगीता सिंह तथा आरोपित शिक्षिका रजनी के खिलाफ केस दर्ज कर तीनों को हिरासत में ले लिया।
बीमारी से मौत होने का अंदेशा
प्रिंसिपल संगीता सिंह का कहना है कि सुप्रिया को पीटने की बात गलत है। स्कूल में आने के बाद उसने सिर में तेज दर्द की शिकायत की थी। जानकारी होने के बाद स्कूल के कर्मचारी उसे लेकर अस्पताल गये थे और परिवार को भी खबर दी थी। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि किसी बीमारी से सुप्रिया की मौत हुई होगी।