लखनऊ। यूपी विधानसभा में मंगलवार को पॉपुलेशन का मुद्दा छाया रहा। कमोबेश सभी दलों के विधायकों ने इस पर चिंता जताई। एक विधायक ने तो ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों का राशन पानी बन्द करने की मांग कर डाली।
अनिल सिंह ने ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों का राशन पानी व अन्य सुविधाएं बंद करने की मांग की तो सत्ता पक्ष ने मेजें थपथपा कर स्वागत किया।
अनिल सिंह का कहना था कि आबादी की दिनोंदिन बढ़ रही रफ्तार को नहीं रोका गया तो सभी संसाधन कम पड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि चाहे जितना इंतजाम कर लो बढ़ती जनसंख्या के आगे सब फेल है।
उन्होंने दावा किया कि आज ईमानदारी से जनगणना करा दी जाए तो प्रदेश की आबादी तीस करोड़ से अधिक मिलेगी। बसपा के असलम राइनी का कहना था कि परिवार छोटा रखने के उपायों की समीक्षा हो। उन्होंने अपना अनुभव बताते हुए जर्मन की एक दवा भी सुझायी तो सदन में ठहाका गूंजा।
बसपा के रितेश पांडेय के सवाल पर परिवार कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने बताया कि परिवार नियोजन की जिम्मेदारी महिलाओं को दी जाती है। पुरुष नसबंदी की भागीदारी मात्र एक प्रतिशत ही है। उन्होंने स्वीकारा कि नसबंदी लक्ष्य के निर्धारण पर रोक से नसबंदी दर में कमी आ रही है। उन्होंने परिवार नियोजन का बोझा केवल महिलाओं पर डालने पर चिंता जताई।