सहारनपुर। उत्तर प्रदेश में सहारनपुर के मिर्जापुर क्षेत्र के गांव चकअब बाकरपुर नौगांवा में जहरीले पराठे खाने से रविंद्र सिंह के परिवार के 5 सदस्यों की हालत बिगड़ गई।
पुलिस के अनुसार पराठे खाने से सभी सदस्यों को उल्टी-दस्त लग गए जिन्हें हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल लाया गया जहां रविंद्र का पुत्र शिवा (6) और नंदिनी(3) की मौत हो गई। परिवार के तीन सदस्य रविंद्र, पत्नी रूबी और 12 वर्षीय पुत्र तीनों जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को जिला मलेरिया अधिकारी डा. शिवांका गौड़ के नेतृत्व में मामले की जांच को गांव में भेजी। सीओ बेहट ब्रह्मपाल सिंह और मिर्जापुर के थानाध्यक्ष प्रेमप्रकाश वर्मा भी मौके पर पहुंचे।
सीएमओ बी एस सोढी ने बताया कि मामले की जांच से पता चला है कि रविंद्र के घर में जहां आटे का कनस्तर और खाने का तेल रखा हुआ था, वहां से सल्फास के दो खाली पाउच बरामद हुए हैं। इससे दो मासूमों की मौत का रहस्य गहरा गया है।
पुलिस और स्वास्थ्य टीम ने आटा और तेल को अपने कब्जे में ले लिया है। उसके नमूने जांच के लिए आगरा प्रयोगशाला में भेजे जा रहे हैं।
नशीली गोलियां खिलाकर किशोरी से दुष्कर्म
सहारनपुर के गंगोह क्षेत्र के सांगाठेड़ा गांव में एक युवक ने अपने पड़ौस की 14 वर्षीय किशोरी को बहला फुसलाकर घर से कहीं ले गया और दुष्कर्म किया।
पुलिस के अनुसार आरोपी युवक काका किशोरी के परिजनों को नशीली गोलियां खिलवा दी और रात्रि में घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने शनिवार सुबह घर पहुंचकर घटना की जानकारी परिजनों को दी। परिजनों ने थाने पहुचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई।
थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेज दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।