आगरा। यूपी सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भले ही बड़े बड़े दम भरती नजर आती है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत इससे मुंह चिड़ाती नजर आ रही है। ताजा मामला आगरा का है। जहां काम दिलाने के बहाने चुनार की 26 वर्षीय एक विधवा महिला को कुछ लोग आगरा ले गए और उसका सौदा कर दिया। महिला के साथ उसका ढाई साल का बेटा भी था। महिला को खरीदने वाले तीन आरोपितों ने दस दिन तक होटल में रखकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। फिर 30 दिसंबर को उसकी हत्या करने की नीयत से गमछे से गला कसकर आरोपितों ने उसे मृत समझकर जंगल में फेंक दिया। महिला को जब होश आया तो वह किसी तरह थाने पहुंची। इस मामले में पुलिस ने चार नामजद व चार अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है।
प्लेन में महिला सहयात्री पर किया पेशाब
तीन लाख रुपये में उसे बेच दिया। महिला ने आरोप लगाया कि उसे बेचने के बाद उसके बच्चे को साथ लेकर चले गए। इसके बाद तीन लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। दुष्कर्म करके उसे मारपीट कर जंगल में फेंक दिया। किसी तरह से ट्रक वाले की मदद लेकर पता पूछकर घर आई। उसका ढाई वर्ष का बच्चा आरोपियों के कब्जे में है।
मामले में पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर कांशीराम आवासीय कालोनी निवासी ऊषा गोड़, रामबाबू सोनकर, इशू सोनकर, मोनू और चार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बच्चे की तलाश में टीम आगरा रवाना किया। चुनार पुलिस टीम मंगलवार आगरा आई। विधवा को कहां रखा गया, इसकी निशानदेही के लिए आरोपितों को अपने साथ लाई थी। करीब पांच घंटे तक टीम ने ट्रांस यमुना और रामबाग समेत आसपास के इलाके की खाक छानी। जिसके बाद उसे पता चला कि ट्रांस यमुना कालोनी के एक होटल में विधवा को लाकर रखा गया था।
पुलिस ने यमुना पार इलाके के दो लोगों को पूछताछ के लिए पकड़ा। बताया जाता है कि दोनों चुनार से आए आरोपितों के संपर्क में थे। उनसे पूछताछ करने पर पता चला कि विधवा के ढाई वर्षीय पुत्र का आरोपितों ने सौदा कर दिया है। उसे गुरुग्राम की रहने वाली किसी महिला को बेचा गया है।महिला को आगरा में ट्रांस यमुना थाना क्षेत्र के होटल में रखा गया था।