इटावा। उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस ने अयोध्या मे तैनात सिपाही की हत्या करने का खुलासा करते हुए साथी महिला आरक्षी समेत पांच हत्यारोपियों का गिरफ्तार करने का दावा किया है।
सिपाही की हत्या करने के पीछे महिला आरक्षी के एक तरफा प्रेम की बात सामने आई है। वह सिपाही से शादी करना चाहती थी लेकिन सिपाही ने इस प्रस्ताव से साफ इंकार कर दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने बताया कि आठ अक्टूबर को थाना लवेदी क्षेत्रान्तर्गत मानिकपुर से भादौपुर वाले रास्ते पर दादौरा नहर के पास एक अज्ञात शव बरामद किया गया था जिसकी पहचान थाना राम जन्मभूमि जिला अयोध्या में तैनात आरक्षी योगेश चौहान के तौर पर की गई थी। मृतक मथुरा का निवासी था। उसके भाई ने नौ अक्टूबर को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि क्षेत्राधिकारी भरथना के नेतृत्व में एसओजी इटावा व थाना लवेदी से दो टीमों का गठन किया गया था। गठित टीमों ने विभिन्न इलैक्ट्राॅनिक व मैनुअल साक्ष्यों को एकत्रित करते हुए कार्यवाही प्रारम्भ की गई थी। जिसमें कुल छह आरोपियों के घटना में संलिप्त होना पाया गया था। घटना कारित करने वाले 3 सगी बहनों सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोपियों के कब्जे से एक अवैध तमंचा, आलाकत्ल नाॅनचाॅक तथा घटना में प्रयुक्त स्विफ्टि कार बरामद हुई तथा आरोपियों की निशानदेही पर मृतक के जले हुए कपडे, जूते, पुलिस का आईकार्ड व आधार कार्ड भी पुलिस टीम द्वारा बरामद किए गए हैं।
आरोपियों से पूछताछ का हवाला देते हुए बताया कि कि मृतक सिपाही योगेश तथा मुख्य हत्यारोपी मंदाकिनी उर्फ संगीता थाना रामजन्मभूमि में आरक्षी पद पर तैनात थे। महिला आरक्षी योगेश से शादी करना चाहती थी जिसके लिए योगेश ने मना कर दिया गया था।
मंदाकिनी ने इसकी जानकारी मथुरा में तैनात अपनी बडी बहन हेडकाॅस्टेबिल मीना देवी और गांव में रह रही बडी बहन ममता को दी। मीना तथा ममता ने योगेश को कई बार फोन पर शादी के लिए राजी करने का प्रयास किया लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।
बाद में मीना ने अपनी बहन ममता और उसके प्रेमी व उसके अन्य 2 साथियों को एक लाख रूपए का प्रलोभन देकर हत्या की योजना बनाई तथा जिसके लिए एडवांस के रूप में घटना से पूर्व 10000 दे दिए थे। योजनाबृद्ध तरीके से 7 अक्टूबर को योगेश व हत्यारोपी मंदाकिनी दोनों ही अवकाश लेकर अयोध्या से एक साथ रवाना हुए तथा बस के माध्यम से इटावा बस स्टैण्ड पहुंचे।
हत्यारोपी मीना अपने साथियों के साथ मथुरा से स्विफ्ट कार से इटावा आई एवं हत्यारोपी ममता भी गांव से इटावा आई तथा मृतक को सवारी के बहाने अपनी कार में बिठा लिया और मानिकपुर मोड की ओर ले जाते समय हत्या कर दी। पुलिस ने सभी पांच आरोपियों का गिरफ्तार कर लिया है लेकिन एक आरोपी अभी फरार है जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है।