नई दिल्ली। दुनिया के सात आश्चर्यों में शामिल ताजमहल को लेकर कई रहस्य और कथाएं चर्चा में रहती हैं। इस बार एक नई फिल्म में नई कहानी सामने आई है। एक किसान परिवार का दावा है कि ताजमहल उनके पुरखों की जमीन पर बना है। अपनी जमीन वापस लेने के लिए वे क्या-क्या जतन करते हैं, यही इस फिल्म में दिखाया गया है।
वाह ताज! नामक यह फिल्म दर्शकों को भरपूर मनोरंजन करेगी। फिल्म के जरिए किसानों की समस्याओं से दर्शकों को रूबरू करने की कोशिश की गई है। फिल्म का निर्देशन अजित सिन्हा ने किया है। फिल्म में श्रेयश तलपड़े और मंजरी फडनिस मुख्य भूमिका में हैं।
फिल्म की कहानी है मराठा किसान तुकाराम (श्रेयस तलपड़े) और पत्नी सुनंदा (मंजरी फडनिस) की, जिनका दावा है कि ताजमहल उनके पुरखों की जमीन पर बना है जिसे जबरदस्ती हड़प लिया गया है।
अपनी जमीन पर दावा ठोकने के लिए तुकाराम और सुनंदा महाराष्ट्र से आगरा आते हैं और ताजमहल की जमीन वापस पाने के लिए मुहिम छेड़ देते हैं। वे धरना देने के साथ-साथ अदालत की शरण में भी जाते हैं। तुकाराम की प्रसिद्धि से सरकार हिल जाती है और उसे ताजमहल के बदले देश के किसी भी हिस्से में जमीन देने की पेशकश करती है। लॉटरी के जरिए तुकाराम महाराष्ट्र की जिस जमीन की मांग करता है, उसे सरकार पहले ही किसानों से लेकर एक उद्योगपति के नाम कर चुकी है। यह फिल्म दर्शकों को कई बार सोचने के लिए मजबूर करेगी।