मुम्बई। इस साल की सर्वाधिक विवादास्पद फिल्म पद्मावती नए नाम के साथ रिलीज हो सकती है। फिल्म को सेंसर बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। कुछ बदलाव के साथ फिल्म जल्द रिलीज हो सकती है। सेंसर बोर्ड ने रिव्यू कमेटी की कुछ आपत्तियों को मान लिया है। फिल्म का नाम अब पद्मावत हो सकता है।
बोर्ड ने एक एडवाइजरी पैनल बनाया था। रिव्यू कमेटी और एडवाइजरी पैनल की टिप्पणी मिलने के बाद बोर्ड ने जरूरी सुझाव मान लिए हैं।
रिव्यू कमेटी ने फिल्म के टाइटल ‘पद्मावती और घूमर डांस पर आपत्ति जताई और इसे बदलने की सलाह दी। यह भी बताया कि बोर्ड फिल्म को UA सर्टिफिकेट देने पर राजी है। निर्माताओं को फिल्म में डिस्क्लेमर भी डालना होगा।
मालूम हो कि देशभर के राजपूत समाज इस फ़िल्म का विरोध कर रहा है। आरोप है कि संजय लीला भंसाली ने पद्मावती के व्यक्तित्व को तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। भंसाली को संसदीय कमेटी के सामने भी पेश होना पड़ा, जहां वो कई सवालों का जवाब नहीं दे पाए थे।
फिल्म के विवाद से निपटने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया इसमें पद्मावती के वंशज और राजघराने के चेहरे भी शामिल हुए। बैठक में सीबीएफसी अधिकारियों के साथ नियमित जांच समिति के सदस्यों और अध्यक्ष प्रसून जोशी की उपस्थिति में एक विशेष सलाहकार पैनल भी शामिल था। बैठक में सेंसर चीफ प्रसून जोशी के साथ CBFC द्वारा गठित पैनल में उदयपुर पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़, जयपुर यूनिवर्सिटी के डॉ चंद्रमणी सिंह और प्रोफेसर के.के. सिंह शामिल थे। पैनल के सदस्यों ने पद्मावती से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं और कई पहलुओं पर दावों के साथ सुझाव दिए और इस पर लंबाई चर्चा की गई।
बैठक से पहले फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली ने सेंसर बोर्ड से पैनल और कमेटी को फिल्म दिखाने की मांग की थी।