बारूद के ढेर पर भीलवाड़ा, 72 घण्टे के लिए इंटरनेट पर रोक
Namdev News
भीलवाड़ा। राजस्थान की औद्योगिक नगरी भीलवाड़ा नफरत के बारूद पर बैठी है। मामूली चिन्गारी यहां दंगे भड़का देती है दो समुदायों के बीच माहौल बिगाड़ने वालों के हौसले बुलंद हैं और प्रशासन पूरी तरह फैल साबित हो रहा है।
जब-जब भी माहौल बिगड़ता है, जिला प्रशासन सबसे पहले इंटरनेट सेवा पर रोक लगा देता है ताकि उसका फेलियर सरकार तक नहीं पहुंच सके। टकराव के हालात भांपने में प्रशासन फेल ही रहा है।
कलक्टर महावीर प्रसाद शर्मा ने नागरिक सुरक्षा मंच के आह्वान पर 27 दिसंबर से अनिश्चितकालीन बंद के मद्देनजर 72 घंटे के लिए शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद करने का आदेश दिया है। शहर में एक माह में तीसरी बार इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं। कलक्टर शर्मा के आदेशानुसार सोमवार दोपहर 12 बजे से अगले 72 घंटे तक शहर में नेट सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा।
शहर में गत दिनों हुए उपद्रव की घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नागरिक सुरक्षा मंच और जिला प्रशासन के बीच रविवार रात को हुई बैठक में कोई सहमति नहीं बनी। मंच के सदस्यों की कहना था कि उनकी मांगों पर सोमवार दोपहर तक कोई सकारात्मक कार्रवाई प्रशासन ने नहीं की तो मंगलवार से अनिश्चितकालीन भीलवाड़ा बंद का आह्वान बरकरार रहेगा। हालांकि सोमवार को गतिरोध टलने की सूचना है।
पुलिस का भी फेलियर
शहर में पिछले दिनों एक धार्मिक जुलूस की तैयारी के दौरान रात में दो समुदाय के कुछ लोगों में विवाद हुआ लेकिन पुलिस ने इसे हल्के में लिया। अगर पुलिस उसी वक्त सतर्क हो जाती तो अगले दिन दंगा नहीं होता। हालांकि इस मामले में एक पुलिस अफसर निपट गया लेकिन असली जिम्मेदार अफसरों का बाल भी बांका नहीं हुआ। सरकार ने अगर यहां ध्यान नहीं दिया और नकारा अफसरों को नहीं हटाया तो शहर की शांति हमेशा दांव पर लगी रहेगी।
हो कड़ी कार्रवाई
माहौल बिगाड़ने वालों को कड़ा सबक सिखाकर ही सरकार इस शहर को आग में जलने से बचा सकती है।