सुख समृद्धि और शांति की चाह सभी को होती है लेकिन ग्रह दोष के कारण परिस्थितियां बदलती रहती हैं। कुछ उपाय हैं जिन्हें आजमाकर लाभान्वित हो सकते हैं।
उपयोगी उपाय
घर में बार-बार धन हानि हो रही हो तो वीरवार को घर के मुख्य द्वार पर गुलाल छिड़क कर गुलाल पर शुद्ध घी का दोमुखी (दो मुख वाला) दीपक जलाना चाहिए। दीपक जलाते समय मन ही मन यह कामना करनी चाहिए कि भविष्य में घर में धन हानि का सामना न करना पड़े। जब दीपक शांत हो जाए तो उसे बहते हुए पानी में बहा देना चाहिए।
परिवार में सुख-शान्ति और सम्रद्धि के लिए प्रतिदिन प्रथम रोटी के चार बराबर भाग करें, एक गाय को, दूसरा काले कुत्ते को, तीसरा कौए को और चौथा चौराहे पर रख दें।
कंजकों को बुधवार के दिन साबुत बादाम, जो मन्दिर के बाहर बैठीं हों, देना चाहिए इससे घर की बीमारी दूर होती है।
अमावस्या या शनिवार की सुबह एक नीम्बू लेकर उसके चार टुकड़े कर लें। थोड़ी सी पीली सरसों, 21 काली मिर्च व 7 लोंग लेकर दूकान या फैक्ट्री में रख दें। दे संध्या के समय सभी चीजों को काले कपडे में बाँध कर सूखे कुँए में फैंक आए । भूल से भी उस कुएं में न डालें जिसमें पानी हो और लोग उस पानी को काम में लेते हो । याद रहे कुॅआ सूखा होना चाहिए । आप इसको हर महीने करें । आपके व्यपार पर लगी नजर और किया-कराया और सभी तरह की बाधा दूर होगी और आपका व्यापार चलने लगेगा ।
घर में सुख-शान्ति के लिए मिट्टी का लाल रंग का बन्दर, जिसके हाथ खुले हो, घर में सूर्य की तरफ़ पीठ करके रखें, ऐसा रविवार को करें।
चांदी के बर्तन में केसर घोल कर माथे पर टीका लगाना चाहिए। केसर सुख-शान्ति, समृधि और प्रसिद्धि देता है। यह प्रयोग वीरवार को करें।
घर के किसी भी कार्य के लिए निकलते समय पहले विपरीत दिशा में 4 पग जाएं। इसके बाद अपनी दिशा में कार्य पर चले जाएं, कार्य जरूर बनेगा।
हल्दी की 7 साबुत गांठ 7 गुड़ की डलियां, एक रुपए का सिक्का किसी पीले कपड़े में वीरवार को बांधकर रेलवे लाइन के पार फेंक दें, फेंकते समय अपनी कामना बोलें, इच्छा पूर्ण होने की सम्भावना हो जाएगी।