नई दिल्ली। साल 2020 में छह ग्रहण होंगे जिनमें चार चंद्र ग्रहण और दो सूर्य ग्रहण हैं। इनमें पहला चंद्र ग्रहण शुक्रवार यानि दस जनवरी को होगा। खास बात यह है कि इस ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा।
दरअसल, यह उपच्छाया चन्द्रग्रहण है। वर्ष 2020 में होने वाले चार चन्द्र ग्रहणों में से प्रथम चन्द्र ग्रहण होगा।
इस चन्द्र ग्रहण की प्रच्छाया का परिमाण -0.116 एवं उपच्छाया का परिमाण 0.896 होगा। उपच्छाया चन्द्र ग्रहण को आसानी से सामान्य पूर्णिमा से अलग नहीं पहचाना जा सकता है। क्योंकि यह एक उपच्छाया ग्रहण है इसीलिये हिन्दुओं द्वारा किये जाने वाले किसी भी धार्मिक संस्कार के लिये यह ग्रहण मान्य नहीं होगा।
ग्रहण देखने वालो के लिये भी यह बहुत महत्वपूर्ण नहीं होगा क्योंकि चन्द्र ग्रहण शायद ही नग्न आँखों के माध्यम से दिखाई देगा। यह उपच्छाया ग्रहण पूर्ण नहीं होगा क्योंकि अधिकतम ग्रहण के दौरान पृथ्वी की उपच्छाया केवल 89% चन्द्रमा को ढाकेगी। यह उपच्छाया ग्रहण मुख्यतः एशिया, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, हिंद महासागर, अटलांटिक महासागर, उत्तर अमेरिका के कुछ उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों एवं दक्षिण अमेरिका के कुछ क्षेत्रों से दिखाई देगा।
यह ग्रहण संयुक्त राज्य अमरीका एवं दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के अधिकतम भागों से दर्शनीय नहीं होगा। हालाँकि, उपच्छाया ग्रहण भारत, पाकिस्तान, नेपाल, मॉरीशस और सिंगापुर में दिखाई देगा लेकिन चन्द्र ग्रहण के दौरान की जाने वाली कोई भी धार्मिक गतिविधियाँ मान्य नहीं होगी