आज शुभ सोमवार है यानी देवों के देव महादेव का दिन। भोले भंडारी को जिसने राजी कर लिया, यह कभी भी दुःखी नहीं हो सकता। शत्रु उसका बाल भी बांका नहीं कर सकते।
भोलेनाथ को खुश करने का उपाय है सोमवार का व्रत। सोमवार को प्रातः स्नान करने के बाद शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक करें। इसके बाद शिव -गौरी की पूजा करें। शिव पूजन के बाद सोमवार व्रत कथा सुनें। इसके बाद पूरा दिन निराहार रहें यानी केवल शाम के बाद ही भोजन करें। सोमवार का व्रत दिन के तीसरे पहर तक होता है।
सोमवार व्रत तीन प्रकार का होता है प्रति सोमवार व्रत, सौम्य प्रदोष व्रत और सोलह सोमवार का व्रत। इन सभी व्रतों के लिए एक ही विधि होती है।
-नारद पुराण के अनुसार