अजमेर। हिंदुस्तान के विभाजन होने के दौरान अपनी सभ्यता व संस्कृति की रक्षा के लिए जमीन-जायदाद सब कुछ का त्याग कर सिंध प्रांत से अजमेर आए हमारे बुजुर्गों ने अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए न केवल अपने आपको स्थापित किया अपितु अपने व्यक्तित्व व कृतित्व से सिंधी समाज का नाम रोशन किया।
यह उद्बोधन श्री शांतानन्द उदासीन आश्रम के महंत हनुमान राम ने चेटीचण्ड महापर्व के आठवें दिन में आयोजित रसोई बैंकवट हॉल में सिन्धु रत्न व सिन्धु नारी रत्न सम्मान समारोह में दिया। इस अवसर पर प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर के सांई ओम प्रकाश शास्त्री ने कहा कि समाज के सेवा करने वाले विभुतियों को सम्मानित कर उनकी सेवा में बढोतरी करने का काम महासमिति कर रही है।
आदर्श नगर के दादा नारायणदास व जतोई दरबार के भाई फतनदास, सांई बाबा मन्दिर के महेश तेजवाणी समाज सेवी नारायणदास हरवानी ने भी आशीर्वचन प्रदान किए। कार्यक्रम में चेटीचण्ड व नवसंवत्सर पर व्याख्यान कार्यक्रम महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने उद्बोधन दिया।
सिन्धी समाज महासमिति के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने सम्मानित शखसियतों के बारे में कहा कि उन्होने अपने पुरुषार्थ, कड़ी मेहनत और लगन से स्वयं को स्थापित किया है। समाज को दिए आपके अविस्मरणीय योगदान को हम कभी भुला नहीं पाएंगे। आप हमारे प्रेरणा स्तंभ हैं, जिनसे पूरे समाज को ऊर्जा मिलती है। अभिनंदन करते हुए हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
समन्वयक गिरधर तेजवानी ने सिन्धु रत्न से सम्मानित होने वाले सभी महानुभवों का परिचय कराते हुए कहा कि समिति हर वर्ष ऐसी शखसियतों का सम्मान करती है जिनका समाज में अतिरिक्त योगदान रहता है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ईष्ट झूलेलाल व स्वामी हिरदाराम साहेब की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का आगाज किया। मंच संचालन हरी चन्दनानी ने किया व धन्यवाद कार्यक्रम संयोजक दीपक साधवाणी ने दिया। के.जे. ज्ञानी ने गीत प्रस्तुत किया।
सम्माानित हुए महानुभवों के नाम इस प्रकार है – कुशल प्रशासनिक अधिकारी सुरेश पेरूमल रामचन्दानी सिंधी आरएएस, साहित्यकर कमला चन्द्र गोकलानी, कुशल चिकित्सक डॉ. बलराम चौधरी, कुशल एडवोकेट अशोक किशनचंद तेजवानी, कुशल सेवानिवृत अधिकारी व समाजसेवी श्रीचंद साधवानी, कुशल व्यवसायी व समाजसेवी प्रभु होतचन्द लौंगानी, दिनेश मूरजानी, नारायणदास थदाणी, सोभराज रामचन्द्र सतवानी, श्रीचन्द्र मोतियानी व सिंधु नारी रत्न सम्मान विनीता जितेंद्र छुगानी को स्मृति चिन्ह, श्रीफल व माला पहनाकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर दौलतराम पमनानी, गुरूबख्श मीरानी, भगवान कलवाणी,प्रकाश जेठरा, प्रेम केवलरमानी जगदीश अबिचंदाणी, राधाकिशन आहूजा, जीडी वृदांणी, रमेश टिलवाणी, मोहन तुलसियाणी, डा.राजेश टेकचन्दानी, केजे ज्ञानी, आईजी भम्भानी, तुलसी सोनी, एमटी वाधवानी, जयकिशन लख्याणी, महेश टेकचंदाणी, गोविन्द जैनाणी, दिशा किशनाणी कमल लालवाणी, हरीश खेमाणी, नारी वाघाणी, आदि उपस्थित रहे।