बीजिंग। अरब देशों की तरह चीन के गुआंगडोंग प्रांत में 10 लोगों को सरेआम फांसी देने का मामला सामने आया है। यह पहला मौका था जब इस फांसी को देखने के लिए बकायदा लोगों को निमंत्रण तक दिया गया था। कोर्ट के आदेश के बाद सभी दोषियों को पब्लिक के सामने फांसी दे दी गई।
गुआंगडोंग में 12 आरोपियों पर पब्लिक ट्रायल चलाया गया। जहां 10 दोषियों में 7 आरोपियों पर नशा संबंधित अपराधिक मामले और बाकि 3 आरोपियों पर हत्या और डकैती के मामले में दोषी पाया गया, जबकि दो व्यक्तियों के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं होने के कारण उन्हें छोड़ दिया गया।
फांसी से चार दिन पहले सोशल मीडिया पर स्थानीय निवासियों न्यौता दिया। इसमें दोषियों को फांसी के दौरान मौजूद रहने को कहा गया।
सभी दोषियों को एक स्टेडियम में फांसी दी गई। उसे हजारों की संख्या में लोग देखने आए थे। स्टेडियम में मौजूद कई लोगों ने इस घटना को अपने कैमरे में भी कैद किया। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो गया है। पब्लिक ट्रायल को देखने के लिए स्कूली छात्र भी आए थे।
इससे पहले
चीन में हर साल दुनिया के बाकी हिस्सों के मुकाबले अधिक लोगों को फांसी की सजा दी जाती है। साल 2015 में लुफेंग में भी नशीली पदार्थों की तस्करी को लेकर ओपन एयर ट्रायल की गई थी। उस समय इस पब्लिक ट्रायल के 10000 लोग गवाह बने थे।