मुंबई। जर्नल पीडियाट्रिक्स में हाल ही में एक रिसर्च पेपर पब्लिश हुआ था जिसके मुताबिक, मोटापे से ग्रस्त बच्चों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. 6 से 11 वर्ष की आयु के अधिकांश बच्चे मोटे हो रहे हैं और इसके पीछे खराब खानपान को जिम्मेदार बताया गया था. पर ब्रिटेन की एक खबर आपको हैरान कर देगी. एक बच्ची महज पांच साल में 98 पाउंड यानी लगभग 45 किलो की हो गई. वह कुछ खा पी न ले इसके लिए उसकी मां को किचन में ताला लगाकर रखना पड़ता है.
दुर्लभ बीमारी है वजह
आप कहेंगे ये कौन सी बात हो गई. मां कभी बच्चे को खाने के लिए रोकेगी. वह भी बच्ची जब इतनी छोटी हो. पर यह सच है. ब्रिटेन की 25 वर्षीय हॉली विलियम्स ने किचन में बेबी गेट लगवाया है ताकि उनकी बेटी हार्लो किचन में घुसकर ज्यादा न खा सके. हार्लो हर समय भूखी रहती है. जब भी उसे कुछ दिखता है तो खाने को झपट पड़ती है. हॉली विलियम्स ने जब डॉक्टरों को दिखाया तो उन्होंने अलग ही वजह इसकी बताई जो रेयर है.
कितना खा लें पेट नहीं भरता
डॉक्टरों ने बताया कि हार्लो प्रेडर विली सिंड्रोम नामक बीमारी से पीड़ित हैं. उसमें क्रोमोसोम 15 नहीं है, जो भूख को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है. इस दुर्लभ बीमारी की वजह से वो चाहे कितना खा ले उसका पेट उसे कभी भरा हुआ नहीं महसूस होता. डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ युवाओं और वयस्कों की स्थिति तो ऐसी होती है कि वे फ़्रिज पर धावा बोल देंगे, छूट मिले तो वे जमा हुआ भोजन भी खा लेंगे, यहां तक कि कचरे के डिब्बे तक खंगाल डालेंगे.
डॉक्टरों के मुताबिक, चूंकि ऐसे लोगों का शरीर फैट अच्छे तरीके से पचा नहीं पाता तो जानलेवा मोटापे से बचने के लिए इन्हें बहुत ही निश्चित खुराक और कैलोरी नियंत्रित भोजन पर निर्भर रहना पड़ता है. यह एक दुर्लभ अनुवांशिक बीमारी है जो ब्रिटेन में जन्मे 15 हज़ार बच्चों में से एक में पाया जाता है. खास बात इसका कोई इलाज़ नहीं है इसलिए सावधानी बरतना ही इलाज है.
ढाई साल तक चल नहीं सकती थी
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हॉली विलियम्स ने बताया कि हार्लो जब सिर्फ छह महीने की थी तब उन्हें इसकी बीमारी के बारे में पता चला. उन्होंने कभी इस बीमारी के बारे में नहीं सुना था. बाद में पता चला कि यह आनुवांशिक है. यह उन लोगों में शारीरिक, मानसिक और व्यवहार संबंधी दिक्कतें पैदा करता है. इस बीमारी की बहुत सारी जटिलताएं मोटापे के कारण होती हैं. मोटापे की वजह से हार्लो की हालत यह हो गई थी कि वह आठ महीने की उम्र तक अपना सिर नहीं उठा सकती थी . ढाई साल की उम्र तक वह चल नहीं सकती थी. हॉली विलियम्स कहती हैं कि अब हमारे पास सिर्फ एक ही विकल्प है कि बच्ची को खाने से रोकना.