बुलंदशहर। खुर्जा सिटी में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। यहां एक 90 साल की बुजुर्ग महिला की मुलाकात यमराज से हुई है।
शाम को इस महिला की मौत हो गई थी, लेकिन मौत के 10 घंटो के बाद बुजुर्ग महिला की सांसे वापस आ गई और वह फिर से जिंदा हो गई। महिला का दावा है कि उसको यमराज वापस छोड़कर गए हैं।
विज्ञान हार गया, तर्क बदल गए, प्रकृति के नियम भी बदल गए। खुर्जा में मर कर जिंदा हो गई 90 साल की कैला देवी। सुनकर यकीन नही आएगा, लेकिन जिसने इसे देखा और सुना वह उसे कैसे अनसुना कर दें।
ये वाक्या खुर्जा के बगराई गांव की कैला देवी के साथ घटा है। बुखार की मरीज कैला देवी ने सुबह दम तोड़ दिया। खानदान में बुजुर्ग की मौत पर नाते-रिश्तेदार जुटे। गांव का हुजूम इकठ्ठा हो गया। अंतिम संस्कार की तैयारियां हो गई, लेकिन अचानक कैला देवी की सांसे वापस आ गई। कैला देवी जिंदा हो गई।
कैलादेवी के दावे को हम पुख्ता नहीं करते, लेकिन गांव के सैकड़ों लोगों ने कैलादेवी को मरे हुए देखा और फिर जिंदा बोलते हुए सुना। यकीन कीजिए या न कीजिए, लेकिन कैला देवी का दावा है कि वह मर चुकी थी।
उनके पास चार लोग आए जिनमें से एक की दाढी थी। कागजों का लेखा-जोखा भी देखा गया, फिर बताया गया कि इसे जीने दो, इसका वक्त बाकी है।
कैलादेवी कहती है कि वह यमराज थे। यमराज यानी मौत के देवता, लोग इसे मजाक मानेंगे, लेकिन गांव के लोग सच मान रहे हैं क्योंकि उन्होंने कैला देवी को शव-शैय्या पर पड़े देखा था और फिर उन्हें जिंदा भी देख रहे हैं।
गांव के डॉक्टर ने कैलादेवी को जिंदा रहते दवा दी थी और उनके मरने के बाद भी वह उन्हें चेक करने आए थे। लेकिन विज्ञान और प्रकृति के नियम कैला देवी के दावों के खिलाफ हैं। यह भी सत्य है कि मौत किसी को बख्शती नहीं, लेकिन जो मर कर भी जिंदा हो जाए वही तो सिकंदर होता है।