नई दिल्ली। गलत पहचान के एक विचित्र मामले ने रोचक घटनाक्रम को जन्द दिया। लगभग एक महीने से लापता हुए 30 वर्षीय एक व्यक्ति के परिजनों ने दूसरे व्यक्ति के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। बाहरी दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में चोरी के दौरान पकड़े जाने के बाद भीड़ ने पीट कर उस व्यक्ति हत्या कर दी थी।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि अंतिम संस्कार के लगभग चार सप्ताह बाद लापता व्यक्ति के घर लौटने की घटना ने नाटकीय रूप ले लिया और स्थानीय लोगों ने उससे लगभग एक घंटे तक यह सुनिश्चित करने के लिए पूछताछ की कि वह ‘भूत’ नहीं है।
अधिकारी ने पुलिस के तरफ से हुए किसी लापरवाही से इंकार करते हुए कहा कि लापता व्यक्ति और पीडि़त व्यक्ति के बीच में एक अंगुली नहीं होने की समानता थी। इसके बाद उसके पैर पर निशान था और उसका चेहरा भी लगभग एक समान था। परिजनों के दावे के बाद एक उचित पहचान की प्रक्रिया के बाद उन्हें शव सौंप दिया गया।
पुलिस के मुताबिक, समयपुर बादली इलाके के स्थानीय लोगों ने पकड़े जाने पर एक चोर की कथित तौर पर पीट कर हत्या कर दी थी जबकि उसके साथी फरार फरार होने में कामयाब रहे थे। अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था लेकिन चोर की पहचान सुनिश्चित नहीं की जा सकी थी।