तिरूवनंतपुरम। इसे कहते हैं किस्मत। आंध्रप्रदेश से केरल आए 35 वर्षीय एक विकलांग भिखारी पर उस समय किस्मत मेहरबान हो गई जब उसे 65 लाख रुपए की सरकारी लॉटरी लग गई। भिक्षाटन करने वाले पोन्नैय्या को सरकारी अक्षया लॉटरी में 65 लाख का जैकपॉट हाथ लगा है। उसे 90,000 रुपए मूल्य के कई सांत्वना पुरस्कार भी मिले हैं। वह नियमित रूप से लॉटरी खरीदता था। वह उपनगरीय क्षेत्र वेल्लार्डा में रहता है। इससे पहले मजदूरी करने पश्चिम बंगाल से आए 22 वर्षीय व्यक्ति ने पिछले महीने केरल सरकार की लॉटरी में एक करोड़ रुपए जीता था। पोन्नैय्या आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले का रहने वाला है और कभी राज-मिस्त्री का काम करता था लेकिन एक दुर्घटना में अपना पैर गंवाने के बाद वह अपनी पत्नी एवं तीन बच्चों की देखभाल के लिए भीख मांगने लगा। वह इस उपनगरीय और उसके आसपास भिक्षाटन करता है तथा बस स्टैंड में रातें गुजारता है। उसे भिक्षाटन में जो धन मिलता था उसे वह बैंक के माध्यम से अपने परिवार को भेजता था और हर महीने कुछ पैसे लॉटरी खरीदने के लिए बचा लेता था।