शिवपुरी. ज़िले के बामोर कला गांव में एक नीम के पेड़ से अचानक दूध की धारा बहने लगी. जैसे ही क्षेत्र में यह खबर फैली लोग वहां जुटने लगे. लोग नीम से दूध की धारा को देख इसे चमत्कार मानने लगे. आसपास के लोग पूजा-पाठ में लग गए. लोग अपने साथ फूल लाकर पेड़ के नीचे चढ़ाने लगे. कुछ लोग इसे ईश्वर का चमत्कार मानते हुए अगरबत्ती जलाकर पेड़ के नीचे पूजा करने लगे.
पूरा मामला बामोर कला क्षेत्र के पूर्वा चक्क का है. यहां एक किसान के खेत में वर्षों पुराने एक नीम के पेड़ से अचानक तेजी से दुग्ध जैसी पानी की धारा बहने लगी. जैसे ही आसपास के क्षेत्र में यह बात पता चली तो लोग पेड़ के पास पहुंचने लगे और पूजा-अर्चना करने लगे. हालांकि कुछ बुद्धिजीवी इसे वैज्ञानिक वजह बताते हुए पूजा करने से मना कर रहे थे, लेकिन लोग नहीं मानने के लिए तैयार नहीं थे.
किसान दयाराम जाटव ने बताया कि उसके फार्म पर पिछले कई वर्षों से एक नीम का पेड़ है और पिछले कई दिनों से उसमें दूध जैसा पानी निकल रहा था. लेकिन शनिवार को इसकी मात्रा ज्यादा हो गई. तने से दूध की धारा निकलते हुए नीचे गड्ढे में जमा होने लगी. इसकी मात्रा भी काफी अधिक थी. जिसके बाद लोग वहां पर पहुंचकर पूजा पाठ करने लगे और ईश्वर का चमत्कार मानने लगे.
प्रसाद के तौर पर ले जाने लगे लोग
मौके पर पहुंचे लोगों ने पूजा पाठ शुरू कर दी वहीं ईश्वर का चमत्कार मानते हुए उसका चरणामृत भी लिया और कुछ लोग दूध को भरकर भी प्रसाद के तौर पर घर ले जाने लगे