बाराबंकी। फिल्म अंधा कानून में अमिताभ बच्चन को जिंदा इंसान की हत्या के आरोप में जेल की सजा काटनी पड़ती है। अब रियल लाइफ में भी एक ऐसा ही मामला देखने को मिला है। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में लड़की की हत्या के आरोप में सजा काट कर युवक जेल से बाहर निकला तो वह दंग रह गया। क्योंकि वह जिसकी हत्या की सजा काटकर बाहर आया, वह लड़की पति संग बाजार में घूमती नजर आई।
यह है मामला
दरियाबाद थाना क्षेत्र के तारापुर गांव में छात्रा नेहा यादव बीते साल 6 मार्च को स्कूल जाने के लिए घर से निकली, लेकिन गायब हो गई। स्कूल के पास उसकी चप्पल और साइकिल बरामद हुई थी। परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज किया। वहीं 8 मार्च को पुलिस का एक लड़की का शव मिला। जिसकी शिनाख्त परिवार वालों ने नेहा के रूप में की। परिजनों के शव को चौराहे पर रखकर प्रदर्शन किया।
पुलिस ने अपहरण और हत्या के आरोप में मालिनपुर निवासी अनिल यादव व दत्तपुरवा निवासी राजू सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं जब अनिल यादव जेल से छूटा तो उसकी नजर नेहा पर पड़ी। उसके इसकी सूचना पुलिस को दी।
अनिल यादव ने बताया कि आज वह अपने भाई को परीक्षा दिलाने जा रहा था। तभी उसकी नजर उस लड़की पर पड़ी जिसकी हत्या के आरोप में वह जेल में बन्द था। लड़की को देखकर उसने अपने वकील से राय लेकर बाराबंकी पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की और पूरी जानकारी दी। सूचना के बाद पुलिस लड़की को जहांगीराबाद थाना इलाके से बरामद कर पूछताछ के लिए थाने लेकर आ गई। जहां उससे पुलिस पूछताछ कर रही है।
इस बारे में लड़की का कहना है कि वह अपनी हत्या के मामले से अनजान है। वह घर से अपने प्रेमी के साथ शादी के लिए भागी थी। नेहा ने यह भी बताया कि अखबार की खबरों के जरिये जब मुझे जानकारी हुई तो मैंने अपने चाचा से फोन पर बात की, लेकिन मेरे चाचा ने मिलने से मना कर दिया। नेहा ने यह भी बताया कि उसके घर वालों और अनिल यादव के घरवालों के बीच जमीनी और चुनावी विवाद था।