सिउडी [कोलकाता]। चंदा वसूली का विरोध करने पर बीरभूम जिले के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) के साथ बदसलूकी करने व उनके कपड़े फाडऩे की घटना सामने आई है।
आरोप है कि मजिस्ट्रेट ने फटे कपड़े के साथ सिउडी थाने जाकर शिकायत दर्ज करानी चाही लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया।
रविवार को सिउडी स्थित बीरभूम जिला तृणमूल कार्यालय के बाहर कुछ लोग ट्रकों को रोक कर चंदा वसूल रहे थे। इसके चलते सिउडी जिला अदालत के सीजेएम इंद्रनील चटर्जी की गाड़ी भी ट्रैफिक में रुक गई।
उनके अंगरक्षक ने चंदा वसूलने वाले स्थानीय क्लब के सदस्यों से रास्ता खाली करने को कहा तो कथित तौर पर क्लब सदस्यों ने अंगरक्षक के साथ मारपीट की। यह देख कर मजिस्ट्रेट खुद गाड़ी से उतर कर वहां पहुंचे तो चंदा वसूलने वालों ने उनके साथ भी बदसलूकी की तथा उनके कपड़े फाड़ डाले।
सिउडी थाने से कुछ ही दूरी पर यह वारदात हुई लेकिन पीडि़त मजिस्ट्रेट को पुलिस की कोई मदद नहीं मिली। उनका आरोप है कि घटना के दौरान उन्होंने जिला पुलिस के आला अधिकारियों को फोन किया लेकिन किसी ने उनका फोन नहीं उठाया।
यहां तक कि जब वे सिउडी थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने उनकी शिकायत लेने इनकार कर दिया। सीजेएम ने कहा है कि वे इस घटना के बारे में कोलकाता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश को लिखित रूप में अवगत कराएंगे।